नदबई: भरतपुर जिले के उच्चैन उपखण्ड के गांव चक नगला बीजा में रविवार को भी दुर्घटनाग्रस्त सुखोई विमान के गिरे हिस्सों को तलाशने के लिए सर्च अभियान जारी रहा। शनिवार सुबह सेना का लडाकू विमान सुखोई 30 आग लगने के बाद क्षेत्र में गिर गया था। रविवार को वायुसेना की जांच टीम घटनास्थल पर आने वाली थी जो खराब मौसम के चलते नहीं आ सकी। विमान का मलबा करीब 5 सौ मीटर के दायरे में फैला है। विमान के पुर्जों को सेना के जवानों ने ग्रामीणों के सहयोग से एकत्रित किया। सेना की ओर से ड्रोन की मदद से भी आसपास सर्च कराया गया। वायुसेना की ओर से चार ट्रकों को मौके पर बुलाया गया और उसमें भरकर विमान के पुर्जों को घटनास्थल से ग्वालियर एयरबेस भेजा गया है।
गौरतलब है कि शनिवार को रूटीन उड़ान के दौरान हुए हादसे में सुखोई 30 दो हिस्सों में बंट गया था। जिसमें विमान के विंग्स और एक हिस्सा मुरैना में ही गिर गए। एक हिस्सा मुरैना के घटनास्थल से करीब 90 किलोमीटर दूर भरतपुर के उच्चैन क्षेत्र के पींगौरा रेलवे स्टेशन के पास गिरा था। विमान हादसे की जांच के लिए वायुसेना की टीम इलाहाबाद से घटनास्थल पर आने वाली थी, लेकिन खराब मौसम के कारण टीम नहीं आ सकी।