एसडीएम ने कहा, अवैध बजरी खनन की शिकायतें मिल रही हैं, तुरंत रोकें
अवैध बजरी खनन
टोंक। टोंक निवाई. क्षेत्र में अवैध बजरी खनन व परिवहन रोकने के लिए मंगलवार को उपखंड अधिकारी कार्यालय में एसडीएम रविकांत सिंह की अध्यक्षता में विभिन्न विभागों के अधिकारियों की संयुक्त बैठक आयोजित हुई। इसमें एसडीएम रविकांत ने अधिकारियों को अवैध बजरी खनन व परिवहन पर पूर्णतया अंकुश लगाने के लिए उच्चतम न्यायालय की सम्पूर्ण पालना के लिए जिला कलक्टर चिन्मयी गोपाल के निर्देशों पर राजस्व विभाग, वन विभाग, पुलिस विभाग, परिवहन विभाग, खनिज विभाग की ओर से गठित एसआईटी टीम को बजरी के रॉयल्टी का निरीक्षण करने के निर्देश दिए गए। एसडीएम ने बैठक में कहा कि क्षेत्र में अवैध खनन को लेकर लगातार शिकायतें मिल रही है।
अवैध खनन से प्रतिदिन राज्य सरकार को भारी राजस्व आय का नुकसान हो रहा है। अवैध बजरी खनन और परिवहन को रोकने के नियुक्त किए गए विभागीय अधिकारियों को मुस्तैदी से निगरानी रखनी होगी। इसमें तहसीलदार अजीत सिंह बुंदेला, परिवहन अधिकारी शशिकांत, खनिज विभाग से संजय कुमार शर्मा, वन विभाग रामराज मीणा, निवाई थाने से एएसआई देवालाल गुर्जर सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
समस्याओं का निस्तारण के लिए नर्सेजकर्मियों ने सौंपा ज्ञापन
देवली राजस्थान नर्सेज संघर्ष समिति शाखा ने प्रदेशव्यापी आह्वान पर राजस्थान नर्सेज यूनियन प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष खेमराज चौधरी एवं सीएचओ फैडरेशन के अध्यक्ष राकेश नामा के नेतृत्व में 11 सूत्रीय मांग पत्र मुख्यमंत्री एवं चिकित्सा मंत्री के नाम उपखंड अधिकारी को सौंपा है। वरिष्ठ उपाध्यक्ष खेमराज चौधरी ने बताया कि नर्सेज के अलग-अलग संघों की ओर से विगत लम्बे समय से राज्य सरकार के समक्ष नर्सेज की समस्याओं के समाधान के लिए अपना पक्ष रखा गया। जिसमें सरकार ने कुछ समस्याओं का निस्तारण भी किया गया, लेकिन अधिकतर समस्याएं जस की तस है। सौंपे ज्ञापन में 11 सूत्रीय मांग पत्र मे नर्सेज की प्रमुख मांगे संविदा सेवा काल से नियमित कार्मिकों को नोशनल लाभ देकर नियमित सेवा में जोड़ने आदि सम्मिलित है। इस दौरान आशीष मेघवंशी, महेश चंद वर्मा ,जितेंद्र नामा, संत कुमार मेघवंशी ,रोहित मीणा, राजवीर सिंह चौहान, रामराज मीणा, ललित प्रजापत मौजूद थे।