गरीबों के आवास निर्माण में घपला किया गया है। आवास निर्माण कार्य में दोषी पाए जाने पर तीन अधिकारियों समेत चार लोगों पर शासकीय धन का दुरुपयोग करने की एफआईआर मिल एरिया थाने में दर्ज कराई गई है।
शहरी क्षेत्र के धौराहरा में वर्ष 2007 में आईएचएसडीपी (इंटीग्रेटेड हाउसिंग एंड स्लम डेवलपमेंट प्रोग्राम) योजना के तहत 100 आवासों का निर्माण कार्य कराया गया था। निर्माण कार्यों में मौरंग की जगह बालू का प्रयोग किया गया। इस वजह से मानक के तहत मकान नहीं बन पाए।
मकान बनवाने के नाम पर एक करोड़ से ज्यादा सरकारी धन का दुरुपयोग किया गया। तत्कालीन जिलाधिकारी की ओर से कराई गई जांच में इसका खुलासा हुआ। मिल एरिया थानेदार रेखा सिंह ने बताया कि लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता संतोष कुमार राय की तहरीर पर तत्कालीन ठेकेदार का नाम पता अज्ञात, जिला ग्राम विकास अभिकरण के अवर अभियंता अरुण शुक्ला, ग्रामीण अभियंत्रण विभाग के सहायक अभियंता डीपी मिश्रा और उत्तर प्रदेश समाज कल्याण निगम के अधिशासी अभियंता आर्यन सिद्दीकी के खिलाफ सरकारी धन का दुरुपयोग करने की एफआईआर दर्ज की गई है। केस दर्ज होने के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।