अजमेर। अजमेर विधानसभा चुनाव की आगामी दिनों में लगने वाली आचार संहिता के मद्देनजर पेट्रोल पम्प संचालकों ने आंदोलन तेज करने का निर्णय किया है। अब एक व 2 अक्टूबर को सुबह 10 से 2 बजे तक पेट्रोल-डीजल बिक्री बंद रहेगी। पंप संचालकों को राज्य सरकार के बुलावे का इंतजार था। लेकिन कोई संकेत नहीं मिलने पर शुक्रवार को आनन-फानन में दो दिन दो घंटे के लिए बिक्री बंद करने का फैसला लिया था। इससे पहले एसोसिएशन के जिला सचिव राकेश विजयवर्गीय के नेतृत्व में पदाधिकारियों ने जिला कलक्टर डॉ. भारती दीक्षित को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में वैट कम करने को लेकर पंप संचालकों से वार्ता के बाद गठित एम्पावर्ड कमेटी की रिपोर्ट अवधि समाप्त होने पर वैट कम करने की मांग की। उन्होंने एसोसिएशन की ओर से प्रदेशभर के विधायक, जिला प्रमुख व अन्य नेताओं के वैट कम करने को लेकर की गई पैरवी का हवाला देकर पंजाब के समान बैट की दर लागू करने की मांग की।
प्रदेश स्तर पर दो दिवसीय दो घंटे का सांकेतिक हड़ताल की घोषणा की गई थी। जल्दबाजी में जिला स्तर पर पम्प की बत्ती बंद करने का निर्णय लिया। प्रदेश स्तर पर 2 दिन 2 घंटे सांकेतिक बंद के निर्देश दिए। जिला स्तर पर बत्ती बंद कर वितरण करने का निर्णय लिया। कुछेक स्थान पर सूचना को समझने में गफलत हुई। हालांकि आगामी एक व 2 अक्टूबर को सुबह 10 से 2 बजे तक पेट्रोल-डीजल बिक्री नहीं होगी। विरोध के मुद्दे पर जिला स्तरीय संगठन के पदाधिकारी साफ तौर पर कुछ नहीं बता सके। शुक्रवार शाम को राजस्थान पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन ने पेट्रोल-डीजल पर वैट कम करने की मांग को लेकर रात 8 से 10 बजे तक बत्ती बंद करके वितरण बंद करने का फैसला लिया था। लेकिन अजमेर में स्थानीय संगठन के स्तर पर तालमेल नहीं होने से अधिकांश जगह बत्ती जलाकर पेट्रोल-डीजल की बिक्री चालू रखी गई। कुछेक जगह पर बत्ती बुझाकर ग्राहक को पेट्रोल-डीजल वितरित किया गया।