बारिश में टपकती हैं स्कूल के कमरों की छतें, परेशान ग्रामीणों और बच्चों ने किया प्रदर्शन
पढ़े पूरी खबर
भरतपुर, बयाना ब्लॉक के गांव महरावर स्थित राजकीय सीनियर सैकंड्री स्कूल में शिक्षकों की कमी और मूलभूत समस्याओं को लेकर ग्रामीणों और बच्चों ने रोष जताते हुए नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। स्कूल में हंगामा प्रदर्शन की सूचना पर एसीबीईओ रामलखन खटाना मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों से समझाइश कर मामला शांत कराया।
एसीबीईओ ने एक ही पीईईओ क्षेत्र के दो अन्य विद्यालयों से प्रतिनियुक्ति पर वरिष्ठ विद्यालय में दो शिक्षकों की नियुक्ति की। दरअसल, महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों में चार स्कूली शिक्षकों की तैनाती की गई है। जिससे स्कूल की शिक्षा व्यवस्था बिगड़ने लगी है।
स्थानीय निवासी एक ठेकेदार उत्तम सिंह ने बताया कि सीनियर स्कूल होने के बावजूद जरा सी भी बारिश में स्कूल के कमरे की छत टपकने लगती है। ऐसे में मजबूरी में बच्चों को बरामदे में बैठकर पढ़ाई करनी पड़ती है।
ग्रामीणों का कहना है कि वे बार-बार जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों से स्कूल व्यवस्था व सुविधाओं में सुधार के लिए कह चुके हैं। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। जबकि स्कूल स्वयं लोक निर्माण मंत्री भजनलाल जाटव के निर्वाचन क्षेत्र में आता है।
यहां के इम्लिया के प्राथमिक विद्यालय की छत भी टपक रही है।
प्रखंड के इमलिया गांव के सरकारी प्राथमिक विद्यालय में भी बरसात के दिनों में छत से रिसाव की समस्या रहती है। जिससे बारिश के दिन बिताना काफी मुश्किल हो जाता है। बारिश होने पर बच्चों को इधर-उधर बैठाया जाता है, पढ़ाया जाता है।
एसीबीईओ रामलखन खटाना ने यहां बताया कि महात्मा गांधी अंग्रेजी स्कूलों में चार स्कूल शिक्षकों का चयन किया गया है. ग्रामीणों की मांग पर आसपास के गांवों के स्कूलों के दो शिक्षक अध्यापन कार्य में लगे हुए हैं. जहां तक बारिश में छत टपकने की बात है। इसकी जानकारी उच्चाधिकारियों को दे दी गई है।