अजमेर। अजमेर के अलवर गेट थाना क्षेत्र में रहने वाले अविवाहित युवक को शादी करना महंगा पड़ गया। दरअसल, दलालों ने 2 लाख रुपए लेकर जिस युवती को अविवाहित बताकर शादी करवाई वह विवाहित निकली और शादी के 9 दिन बाद ही लाखों के जेवर व नकदी लेकर फरार हो गई। अलवर गेट थाने के एएसआई विनोद कुमार ने बताया कि धौलाभाटा पूजा मार्ग निवासी जितेन्द्र ने न्यायालय में इस्तगासा पेश किया। जिसके आधार पर न्यायालय ने विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए। परिवादी ने इस्तगासे में बताया कि उसकी शादी जून 2022 में हुई। इस शादी के लिए मदार गेट निवासी आशा जैन, निर्मल जैन और विनोद जैन ने दो लाख रुपए लेकर उत्तरप्रदेश के इलाहाबाद निवासी अर्चना से आर्य समाज में उसका विवाह करवाया।
विवाह के 9 दिन बाद ही जब जितेन्द्र घर से बाहर गया तो उसकी पत्नी अर्चना घर से 55 हजार रुपए की नकदी और सोने-चांदी के गहने लेकर फरार हो गई। इसके बाद जब उसने पता किया तो जानकारी मिली कि अर्चना पूर्व में शादीशुदा है और उसने धोखाधड़ी करने के लिए ही उससे आर्य समाज में शादी की और शादी के दस्तावेज भी बनवा लिए। इसमें अर्चना के परिजन सीताराम, निर्मला और विरेन्द्र भी शामिल है। उसकी पत्नी अर्चना के घर से भाग जाने के बाद जब उसने दलालों को कहा तो अर्चना को वापस बुलाने के लिए उससे और 25 हजार रुपए भी ले लिए, लेकिन इसके बावजूद भी वह वापस नहीं लौटी।
पीड़ित ने परिवाद में बताया कि अक्टूबर माह में थाने पर शिकायत दी थी। जिसकी जांच एएसआई शंकरलाल खींची ने की। पीड़ित ने एएसआई शंकर लाल पर 20 हजार रुपए लेकर आरोपियों को संरक्षण देने और कोई कार्रवाई नहीं करने का आरोप भी जड़ा है। इसके बाद पीड़ित ने न्यायालय की शरण ली और आरोपियों पर कार्रवाई की मांग की। एएसआई विनोद कुमार ने कहा कि मामले में मदार गेट निवासी आशा जैन, निर्मल जैन, विनोद जैन, उत्तरप्रदेश के इलाहाबाद निवासी अर्चना, सीताराम, विरेन्द्र, निर्मला सहित अन्य के खिलाफ आईपीसी की धारा 420, 406, 120बी, 193, 374, 384, 468, 495 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। मामले की जांच की जा रही है।