रोडवेज बसें वसूल रही मनमाना किराया, निजी वाहनों में यात्रा करने को मजबूर लोग
रोडवेज बसें वसूल रही मनमाना किराया
श्रीगंगानगर। श्रीगंगानगर ग्राम पंचायत बीरमाना रोडवेज बस सेवा से वंचित है, जिससे सूरतगढ़ तहसील व राजियासर उप तहसील आने जाने वाले लोगों को परेशानी होती है। महिलाओं को रोडवेज बस में मिलने वाली किराए में 50 प्रतिशत की छूट व अभ्यर्थियों को निशुल्क यात्रा के लाभ से वंचित होना पड़ रहा है। गांव बीरमाना, रघुनाथपुरा, 22 जीबी, हरिसिंहपुरा व हरदासवाली के आसपास के ग्रामीणों का यात्रा का सहारा निजी वाहन ही है।हाईवे पर देर तक खड़े रहने के बाद निजी वाहन में लिफ्ट लेकर राजियासर आकर फिर रोडवेज बस में चढ़ना पड़ता है। किसान संगठन से जुड़े नरपत गेदर, हीरालाल टाक, राजकुमार टाक, जसराम माहर व हनुमान कुकड़वाल का कहना है कि बीरमाना के लोगों को 40 किलोमीटर आगे सूरतगढ़ या 30 किमी श्रीविजयनगर स्टैंड पर रोडवेज बस सेवा का लाभ लेने के लिए जाना पड़ता है।
ग्रामीणों का कहना है कि निजी बसों में सुविधा नहीं मिल पाती है। ग्रामीणों ने जन प्रतिनिधियों से ग्रामीण क्षेत्र के लिए रोडवेज बस की सुविधा उपलब्ध करवाने की मांग की है। भास्कर संवाददाता| बीरमाना श्रीविजयनगर से राजियासर सड़क मार्ग पर रोडवेज बसों का संचालन न होने से न तो यात्रियों को छूट का लाभ मिल रहा है, बल्कि यात्रियों को निजी बसों में यात्रा करने पर मजबूर होना पड़ रहा है। ग्राम पंचायत बीरमाना के कई गांव में रोडवेज बस सेवा के अभाव में ग्रामीण निजी वाहनों में मनमाना किराया देने को मजबूर है। आजादी के 75 सालों में शहरों, कस्बों व गांव में विकास हुआ है। इसके बावजूद ग्रामीणों को सरकारी बसों की सुविधा नहीं मिल रही है। ऐसे में ग्रामीणों को सरकारी बसों की बजाय निजी वाहनों में यात्रा करनी पड़ रही है। इससे ग्रामीण की निजी वाहनों में जान जोखिम में रहती है। कारण, निजी वाहनों में क्षमता से अधिक यात्रियों को बैठाया जाता है। ग्रामीण यात्रियों को मजबूरीवश निजी वाहनों में यात्रा करनी पड़ रही है।