हल्की बारिश से उखड़ी सड़क, ठेकेदार को नोटिस जारी
बूंदी जिले के कापरेन से बालोद तक की जर्जर सड़क
बूंदी। बूंदी जिले के कापरेन से बालोद तक की जर्जर सड़क 4 साल बाद बनी है, लेकिन यह सड़क एक सप्ताह में ही उखड़ने लगी है. जर्जर सड़क के कारण 6 गांवों के लोग 4 साल से परेशान थे। इस सड़क के निर्माण की मंजूरी मिलने से ग्रामीणों को राहत मिली थी, लेकिन घटिया सामग्री के इस्तेमाल के कारण सड़क एक सप्ताह के अंदर ही उखड़ने लगी है. इस संबंध में पीडब्ल्यूडी अधिकारियों ने ठेकेदार को नोटिस जारी किया है।
ग्रामीणों ने बताया कि कापरेन से टाकरवाड़ा तक सड़क एक सप्ताह पहले बनाई गई थी, लेकिन यह सड़क कई स्थानों पर धंस गई है और कुछ स्थानों पर गिट्टी निकलने लगी है। सड़क बनाते समय ठेकेदार ने गिट्टी डालने के बाद रोलर नहीं चलाया और सड़क के किनारे बने नाले से मिट्टी भी उठा ली. बरसात के मौसम को देखते हुए गुणवत्ता का ध्यान न रखते हुए आनन-फानन में डामर बिछा दिया गया। नतीजा यह हुआ कि एक सप्ताह के अंदर ही सड़क निर्माण कार्य की पोल खुल गयी. अब बारिश होने पर इसकी हालत और खराब हो जाएगी।
पार्षद कमलाशंकर सुमन ने कहा कि मुख्यमंत्री बजट घोषणा में स्वीकृत सड़क का निर्माण नगर पालिका को कराना चाहिए था, लेकिन पीडब्ल्यूडी ठेकेदार ने गुणवत्ताविहीन कार्य किया, जिससे ऐसी स्थिति पैदा हुई है. लोगों ने बताया कि घटिया सड़क निर्माण को लेकर ट्रॉल फ्री नंबर 181 पर भी शिकायत दर्ज करायी गयी, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई. कापरेन से टाकरवाड़ा तक बनी यह सड़क नगर पालिका क्षेत्र का हिस्सा है, लेकिन वार्ड पार्षद, सभापति व अन्य किसी जिम्मेदार ने इस ओर ध्यान नहीं दिया है।
कापरेन से बालोद तक इस सड़क से खेड़ली व्यवासन, पीपल्दा जागीर, बालोद, जगदरी, बंजारा का झोपड़ा गांव जुड़े हुए हैं। ग्रामीणों ने इस सड़क की शिकायत कलेक्टर से करते हुए सड़क निर्माण कार्य की जांच कराने की मांग की है. साथ ही गुणवत्ता का ध्यान रखते हुए दोबारा सड़क बनाने की मांग की, ताकि बरसात के मौसम में ग्रामीणों की राह आसान हो सके। पीडब्ल्यूडी के एईएन अनुज मीना ने बताया कि ठेकेदार को मना करने के बाद भी उसने बारिश की दस्तक को देखते हुए लापरवाही बरती और सड़क पर डामर बिछा दिया. लोगों की शिकायत के बाद मौका देखा गया है और ठेकेदार को नोटिस जारी कर दोबारा गुणवत्ता के साथ सड़क बनाने के निर्देश दिए गए हैं।