कोटा: संभाग के सबसे बड़े एमबीएस व जेकेलोन अस्पताल छह माह बाद आखिरकार सड़क निर्माण कार्य शुरू हुआ। नवंबर माह में प्रभारी मंत्री के आदेश के बाद सड़क के लिए गिट्टी डाली गई लेकिन सिवरेज के कार्य नहीं होने से सड़क कार्य नहीं हो सका। छह माह बाद काम शुरू होने से लोगों को राहत मिलेगी। दोनों अस्पतालों में निर्माण कार्य के चलते लोगों को टूटी सड़के परेशानी का सबब बनी हुई थी। संभाग का बड़ा अस्पताल होने से कोटा, बूंदी, झालावाड़, बारां से रेफर होकर मरीज यहां इलाज के लिए आते लेकिन यहां की अव्यवस्थाओं को देखकर मरीज अपने को ठगा-ठगा सा महसूस करता है। छह माह पहले सड़के और नालियों के बनाने के आदेश की पालना नवंबर में तो तामिल हुई वो भी आधी अधूरी। पीडब्ल्यूडी ने परिसर की खुदाई कर उसमें बड़ी गिट्टी डालकर रोलर घुमाकर छोड़ दिया। नवज्योति ने 24 जनवरी के अंक में प्रसूताओं पर भारी पड़ रही अव्यवस्थाओं की मार शीर्षक से खबर प्रकाशित करने के बाद प्रशासन आनन फानन में हरकत में आया और सड़क निर्माण का कार्य शुरू कराया।
फूटपाथ बनाने का शुरू हुआ कार्य
एमबीएस व जेकेलोन अस्पताल में सड़क निर्माण कार्य शुरू होने के साथ ही सड़क पास में फूटपाथ निर्माण के लिए खुदाई कार्य शुरू किया गया। वहीं सड़क बनाने के लिए गिट्टी बिछाना शुरू किया है।
नालियों के बहते पानी से अब भी नहीं मिली निजात
सड़क निर्माण का कार्य तो शुरू हो गया लेकिन संभाग के दोनों बडेÞ अस्पातालों की गंदी नालियों और किचड अव्यवस्थाओं की पोल रहा है चहुंओर कीचड़ फैलने से मरीजों को अस्पताल पहुंचने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अस्पताल में चल रहे निर्माण के कारण नालियां पूरी टूट चुकी है। जगह जगह गड्ढे बन गए है। अगस्त माह में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री के दौरे के बाद यहां तुरंत नालियों का निर्माण करने और अस्पताल की सड़कों मरम्मत करने के आदेश दिए लेकिन छह माह बाद भी हालात जस के तस बने हुए है।
कीचड़ से प्रसूताओं को हो रही परेशानी
जेकेलोन अस्पताल में चहुंओर कीचड़ और गंदगी फैल जाती है। अस्पताल के मुख्य गेट पर पानी जमा होने से कीचड़ हो गया है। प्रसुताओं को अस्पताल में जाने में परेशानी हो रही है। कीचड़ में पैर फिसलने के डर से गर्भवती महिलाएं परिजनों का सहारा लेकर अस्पताल में पहुंच रही है।
सीवरेज के खुले चैम्बर बन रहे परेशानी का सबब
अस्पताल में सीवरेज का आधा अधूरा काम लोगों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। अस्पताल में जगह जगह बने सीवरेज के चैम्बर खुले पड़े ऐसे में प्रसूताओं और मरीजों को खूले चैम्बर में गिरने का हर समय खतरा बना रहता है। वहीं खुले चैम्बर फैली गंदगी से लोग परेशान हो रहे है।
इनका कहना
सड़क निर्माण का कार्य चालू है। अभी गिट्टी डाली है पीडब्ल्यूडी से कहकर शीघ्र डामरीकरण कराया जाएगा। अभी अस्पताल में निर्माण कार्य चल रहा है। सीवरेज कार्य के लिए यूआईटी को पत्र लिखा हुआ है।
- डॉ. दिनेश वर्मा, अधीक्षक कोटा