बाइक-स्कूटी बचाने के लिए बरसात में जान को जोखिम में डाला, बच गए

Update: 2023-06-20 17:01 GMT
अजमेर। अजमेर में बिपरजॉय तूफान के दौरान हुई ताबड़तोड़ बरसात के दौरान जान को जोखिम में डालने के नजारे भी देखने को मिले। बरसात से पानी के बहाव के बीच अपने वाहनों को बचाने के लिए लोग पानी में बह गए। गनीमत रही कि वे बच गए। इनके वीडियो भी सामने आए है। पुष्कर रोड पर अपनी स्कूटी को बचाने के चक्कर में एक युवक नाले में बह गया। हालाकि पुलिस के पास कोई सूचना नहीं है, ऐसे में माना जा रहा है कि वह बच गया होगा। वहीं दरगाह क्षेत्र में एक बाइक को बचाने के प्रयास युवक जुटे रहे और पानी का बहाव इतना तेज था कि बाइक को रोक नहीं पाए और बह गए।
दाे दिन में इतनी बारिश हो चुकी है, जितनी आधा मानसून गुजर जाने के दाैरान होती है। दो दिनों में अब तक 258.9 एमएम बारिश रिकार्ड की जा चुकी है। वहीं मानसून के दाैरान 15 जून से 30 सितंबर तक औसत बारिश 550 एमएम होती है। इधर, आनासागर झील का जलस्तर बढ़कर 15 फीट पर पहुंच गया है। यहां पानी 2 फीट 9 इंच ओवर फ्लो चल रहा है। बरसात के कारण नीचली बस्तियों में पानी भर गया और मुख्य मार्ग की सड़कें जलमग्न हो गई थी। इन दो दिनों की बरसात के दौरान कईं मकान भी गिर गए। बिजली के पोल भी टूटे और धराशायी हो गए। लेकिन शुक्र है कि फिलहाल कोई जनहानि की सूचना नहीं।
अजमेर संभाग का सबसे बड़ा जेएलएन हॉस्पिटल बिपरजॉय तूफान के चलते पानी से लबालब हो गया। ओपीडी में आने वाले और इनडोर वार्ड में भर्ती मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ा। दूसरी और मेल ऑर्थोपेडिक वार्ड में पानी भर गया। इससे वहां भर्ती मरीजों को दूसरे वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया। मेडिकल कॉलेज ग्राउंड, कार्डियोलॉजी, यूरोलॉजी एवं आसपास के परिसर में पानी भर गया। इसके कारण वहां पर आने वाले मरीजों को पानी में से होकर आना पड़ा। वही, हॉस्पिटल के रजिस्ट्रेशन काउंटर, निशुल्क दवा वितरण केंद्र, सोनोग्राफी, एक्स-रे, ऑर्थोपेडिक, सर्जरी, आई, मेडिसिन एवं ओपीडी, इमरजेंसी सेंट्रल लैब के चारों और गलियारों में पानी-पानी हो गया।
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