करौली। करौली टोडाभीम-बालाजी घाटी में चल रहे चौड़ीकरण और गहरीकरण कार्य के कारण प्रशासन द्वारा 29 जनवरी से 28 मार्च तक घाटी के रास्ते यातायात बंद कर दिया गया है। जान जोखिम में डालने से इनकार करने के बाद भी घाटी से गुजर रहे हैं। ऐसे में चल रहे काम के चलते कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। प्रशासन द्वारा घाटी से गुजरने वाले लोगों पर कोई अंकुश नहीं लगाया जा रहा है। ज्ञात हो कि टोडाभीम घाटी में काम के चलते घाटी से होकर यातायात पूरी तरह से बंद कर दिया गया है. इससे घाटी से गुजरने वाले रास्ते को बंद करने के बाद भी टोडाभीम से बालाजी आने-जाने वाले पैदल यात्री जान जोखिम में डालकर घाटी से गुजरने से बाज नहीं आ रहे हैं।
ऐसे में प्रशासन द्वारा किए जा रहे निर्माण कार्य के चलते घाटी से गुजरने वाले राहगीरों पर अंकुश नहीं लगा तो कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है. गौरतलब है कि घाटी में चौड़ीकरण और गहरीकरण के कार्य के चलते जेसीबी मशीनों से पत्थर गिरने की आशंका है. घाटी में कार्यरत लोक निर्माण विभाग के ठेकेदार ने बताया कि घाटी में चौड़ीकरण और गहरीकरण के कार्य के कारण घाटी में यातायात ठप होने के बावजूद ग्रामीण अपनी जान जोखिम में डालकर मना करने के बाद भी पैदल ही निकल पड़ते हैं। ऐसे में घाटी में जेसीबी मशीनों समेत एलएनटी मशीनों से काम चलने से कभी भी बड़ा हादसा होने की आशंका बनी हुई है. यह सड़क टोडाभीम शहर को देश के प्रमुख आस्थाधाम मेहंदीपुर बालाजी सहित राष्ट्रीय राजमार्ग 21 सहित जयपुर-आगरा से जोड़ती है। हालांकि लोक निर्माण विभाग के ठेकेदार द्वारा घाटी से गुजरने वाली सड़क पर खाई खोदकर बड़े-बड़े पत्थर रख कर वाहनों का आवागमन रोक दिया गया है, उसके बाद भी पैदल यात्री घाटी से गुजरने से बाज नहीं आ रहे हैं. टोडाभीम घाटी में इन दिनों चौड़ीकरण और गहरीकरण का काम काफी तेजी से चल रहा है।