भारतीय रिजर्व बैंक वित्तीय साक्षरता पर स्कूली विद्यार्थियों के लिए आयोजित प्रश्नोतरी
भारतीय रिजर्व बैंक ने वित्तीय साक्षरता पर अखिल भारतीय क्विज़ का पहला ज़ोनल राउंड 21,अगस्त 2023 को हयात रीजेंसी, चंडीगढ़ में आयोजित किया। जिसमें स्टेट लेवल क्विज़ पंजाब, राजस्थान, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, एवं चंडीगढ़के विजेताओं ने भाग लिया। इन राज्यों से इस क्विज़ में कुल मिलाकरब्लॉक स्तर पर लगभग 6500 से अधिक सरकारी स्कूलोंने भाग लिया, जिनमें लगभग 13000 स्कूली छात्र शामिल हुए। इस क्विज़ के ज़ोनल राउंड में पांच टीमें आमने-सामने थीं।
सरकारी सीनियर सेकेंडेरी स्कूल, तपा (पंजाब),राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय शहबाजपुर पदैयावास (हरियाणा),राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय मोहल, कुल्लू (हिमाचल प्रदेश),महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय, भीनमाल, जालोर (राजस्थान) तथा राजकीय आदर्श वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, सैक्टर-32,चंडीगढ़। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय शहबाजपुर पदैयावास (हरियाणा)के कुमारअमित और कुमार भारत,ज़ोनल राउंड के विजेता बने, जो आने वाले दिनों में द्वारा आयोजित किए जाने वाले इस क्विज़ के नेशनल राउंड में भाग लेंगे। इस क्विज़ के विजेताओं और प्रतिभागियों को त्ठप् के कार्यपालक निदेशक श्री नीरज ;म्क्द्ध निगम और अन्य गणमान्य व्यक्तियों द्वारा सम्मानित किया गया।
उप महाप्रबन्धक विकास अग्रवाल ने बताया कि देश में वित्तीय समावेशन को गहराई तक पहुंचाना देश के विकासात्मक एजेंडे का मुख्य हिस्सा रहा है। वित्तीय साक्षरता से ग्राहक जागरूक होते हैं और वे सूझबूझ के साथ र्आथिक विकल्पों को चुनने में सक्षम बनते हैं, इससे एक ओर उनके वित्तीय हितों की रक्षा होती है वहीं दूसरी ओर वित्तीय समावेशन को भी बढ़ावा मिलता है। इस दिशा में, राष्ट्रीय वित्तीय शिक्षा केंद्र;छब्थ्म्द्ध द्वारा वित्तीय क्षेत्र की विनियामक संस्थाओं के साथ परार्मश करते हुए बनाई गई वित्तीय शिक्षण हेतु राष्ट्रीय कार्यनीति 2020-25, का उद्देश्य समाज के विभिन्न वर्गों को सक्षम बनाना तथा भारत सरकार और वित्तीय क्षेत्र के विनियामकों के लक्ष्य को पूरा करना है। इसमें जनसंख्या के विभिन्न वर्गो को र्आथिक मामलों में पर्याप्त ज्ञान, कौशल, दृष्टि प्रदान करना औरलोगों में उचित वित्तीय बर्ताव विकसित करना शामिल है। जिससे वे अपने धन का प्रबंधन बेहतर ढंग से कर पाएंगे और भविष्य के लिए बचत भी कर सकेंगे। इस कार्यनीति के कई पहलू हैं जिसमें - वित्तीय शिक्षण से वित्तीय साक्षरता की संकल्पनाओं को मजबूत बनाना ताकि इसे एक जीवन-कौशल बनाया जा सके, बचत के प्रभावी व्यवहार को बढ़ावा दिया जा सके, ऋण लेने संबंधी अनुशासन को विकसित किया जा सके और ग्राहक औपचारिक संस्थाओं से ही ऋण लें,डिजिटल वित्तीय सेवाओं के उपयोग में सुधार किया जा सके, जोखिमों का प्रबंधन किया जा सके, उपभोक्ता के रूप में ग्राहक अपने अधिकारों के प्रति जागरूक बन सकें, आदि शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि इस संर्दभ में,लक्षित जन-समुदायों के बीच वित्तीय साक्षरता को बढ़ाने हेतु समय-समय पर विभिन्न प्रयास करता रहा है। वर्ष 2023 के दौरान आयोजित अखिल भारतीय वित्तीय साक्षरता क्विज़, जो देश केविभिन्न सरकारी स्कूलों की कक्षा 8वीं, 9वीं और 10वीं में पढ़ने वाले विद्र्याथियों पर केंद्रित है, का आयोजन की इसी पहल का एक भाग है। पहले ब्लॉक स्तर पर शुरू हुए और आगे जिला स्तर व राज्य स्तर पर आयोजित किए गए । इस क्विज़ का उद्देश्य तेजी से बदलती और जटिल होती जा रही दुनिया और नए डिजिटल आविष्कारों के बीच वित्तीय साक्षरता के प्रति विद्र्याथियों की रुचि बढ़ाना है।