मालासरी तीर्थ सहित भगवान देवनारायण से संबंधित स्थलों पर आने वाले धार्मिक पर्यटकों
जयपुर। गृह राज्य मंत्री श्री जवाहर सिंह बेढ़म ने श्री मालासरी तीर्थ सहित भगवान देवनारायण से संबंधित स्थलों पर आने वाले धार्मिक पर्यटकों व तीर्थ यात्रियों के लिए सभी तरह की गुणवत्तापूर्ण सुविधाओं का विकास किया जाए। उन्होंने पर्यटन विभाग को निर्देश दिए हैं कि श्री मालासरी तीर्थ आने वाले धार्मिक पर्यटकों / तीर्थ यात्रियों की यात्रा हेतु सुगम मार्ग, सुलभ सुविधाएं, गर्मी -धूप-वर्षा से बचने हेतु शेल्टर्स तथा रात्रि विश्राम हेतु अतिथि निवास, भोजन शालाएं, पार्किंग सहित दर्शन की सुगमता हेतु शेड बनाने एवं पर्याप्त मात्रा में वृक्षारोपण कर उपवन विकसित करने सहित अपेक्षित विकास कार्यों को डीपीआर में सम्मिलित किया जाए।
श्री बेढ़म की अध्यक्षता में सोमवार को शासन सचिवालय स्थित उनके कक्ष में भगवान देवनारायण से संबंधित तीर्थ के विकास के सम्बन्ध में बैठक आयोजित की गई। बैठक में राजस्थान धरोहर प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री ओंकार सिंह लखावत तथा पर्यटन विभाग की प्रमुख शासन सचिव श्रीमती गायत्री राठौड़ व पर्यटन निदेशक डॉ रश्मि शर्मा, संयुक्त निदेशक विकास श्री राजेश शर्मा तथा मैसेर्स पी.डी.कोर. के प्रतिनिधि की उपस्थिति थे। भगवान देवनारायण जी की जन्मस्थली इस अवसर पर मालासेरी एवं श्री देवनारायण से संबंधित अन्य स्थलों, सवाई भोज,गढ़गोठा, साढामाता की बावड़ी, वरनगर आदि को सम्मिलित करते हुए कोरिडोर विकसित करने की बैठक में चर्चा की गई।
श्री बेढ़म की ओर से पर्यटन विभाग के अधिकारियों एवं मैसेर्स पी. डी. कोर. को सर्व प्रथम विस्तृत प्रोजेक्ट रिपोर्ट के परिपेक्ष में मालासरी तीर्थ में जाकर सम्बंधित स्थलों की आवश्यक जानकारी जुटाने तथा विस्तृत प्रोजेक्ट रिपोर्ट की रूपरेखा का निर्धारण करने के लिए फिर से बैठक आयोजित करने के निर्देश दिए गए।
राजस्थान धरोहर प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री लखावत ने बैठक में श्री देवनारायण भगवान की जन्मस्थली मालासरी को विश्व स्तरीय धार्मिक पर्यटन को आकर्षक रूप में उभारने के लिए स्थानीय संस्कृति व शिल्प के अनुरूप प्रोजेक्ट क्रियान्वित करने का सुझाव दिया। प्रमुख शासन सचिव श्रीमती राठौड़ ने बैठक में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी तथा राज्य सरकार की मंशा के अनुरूप भव्य एवं आकर्षक कोरिडोर बनाने का विश्वास जताया।