कोटा: जो रोड सालों से टूटे पड़े थे वो अब ठीक दिखाई दे रहे हैं। लगभग हर स्थान पर सीवरेज का काम हो चुका और सड़कें सीसी हो गई। उस पर लोगों का ये कहना कि पार्षद को फोन करते ही वो काम करवा देते हैं। ये सभी इस बात की ओर इशारा कर रहे है कि पार्षद के कराएं कार्यों से कोटा नगर निगम के वार्ड नम्बर 45 के लोग काफी हद तक सन्तुष्ट हैं। लेकिन वार्ड में आवारा मवेशियों और श्वानों की एक ऐसी समस्या भी है जिससे वार्डवासी ही नहीं बल्कि खुद पार्षद भी परेशान है। नगर निगम दक्षिण के वार्ड 43 में शमा कॉलोनी, चमड़ा फैक्ट्री, हरिजन बस्ती तथा जेपी कॉलोनी आदि इलाकें आते हैं। इन स्थानों में से कुछ स्थानों पर अभी भी कार्य चल रहा हैं। वार्ड के कुछ लोग बताते हैं कि कुछ समय पहले तक वार्ड की लगभग हर गली की सड़कें क्षतिग्रस्त थी, बड़े-बड़े गड्ढेंÞ बने हुए थे। जो यहां के लोगों की भारी परेशानी थी लेकिन अब ऐसा नहीं है। साफ-सफाई समय पर हो रही है। निगम के टिपर टाइम पर आते हैं। कुछ स्थानों पर कचरा जरूर फैला रहता है लेकिन उसका कारण लोग खुद हैं।वार्डवासी कहते है कि शमा कॉलोनी और जेपी कॉलोनी में सीवरेज का काम पूरा करवाकर पार्षद ने बहुत अच्छा काम किया है। काफी समय ये लोगों की सिरदर्दी बना हुआ था।
कुछ लोग कहते हैं कि काम भले ही हो रहा है वार्ड में लेकिन कुछ गिने-चुने स्थानों पर ही। आज भी वार्ड में कई स्थानों पर नालियों की समस्या बनी हुई है। रात होने के बाद आवारा मवेशियों के कारण घरों से बाहर निकलना दूभर हो रहा है। हर गली गाय और श्वानों से भरी रहती हैं। कई जगह कचरे के ढ़ेर लगे हुए हैं। जो बीमारियां फैला सकते हैं। वार्ड के कुछ लोगों का कहना है कि रात में जानवरों की समस्या जरूर बनी हुई है लेकिन पार्षद अपने स्तर पर वार्डवासियों की समस्याओं का समाधान करने का प्रयास करते है। अब काम हो रहा है तो लोगों को कुछ तो परेशानी उठानी ही पड़ती हंै। वार्ड की कुछ गलियों में नालियों का काम होना बाकी है लेकिन पीने के पानी की समस्या लगभग समाप्त हो चुकी है। कुछ लोग ये भी कहते हंै कि पार्षद कांग्रेस के तो निगम में उनके काम प्राथमिकता से हो जाते है लेकिन वार्ड में अभी भी कई काम होने आवश्यक हैं। वार्ड पार्षद का कहना है कि वो वार्ड के हर हिस्सें में काम करवा रहे हैं, जहां नहीं हुए है वहां भी हो जाएंगे। फिलहाल सबसे ज्यादा जरूरी काम नहर किनारे रोड़ पर बना एक ऐसा गड्ढा है जिसकी वजह से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है, उसे भरवाना है और बाउन्ड्री वॉल करवानी है। लोग इसमें मरे हुए जानवर डाल जाते हैं, कचरा डालते हैं। इसके अलावा गलियों में नालियां भी बननी है।
इनका कहना है
बिना किसी भेदभाव के काम करवाता हूं। लोगों को सीवरेज की समस्या से निजात दिलावी दी है। वार्ड में विकास कार्यों के लिए एक करोड़ रूपए स्वीकृत हुए थे। कई काम हो चुके हैं, कुछ अभी भी चल रहे हैं। जो भी वार्ड से जुड़ी समस्या लेकर आता है उसके समाधान के लिए हमेशा तैयार रहता हंू। श्वानों से तो पूरा शहर की परेशान हैं। वार्ड में लगभग 90 प्रतिशत तक पीने के पानी की पाइप लाइन डल चुकी हैं।
-ईसरार अहमद, वार्ड पार्षद।
पहले वार्ड में पानी की बहुत बड़ी समस्या थी लेकिन पाइप लाइन डलने के बाद व्यवस्था बिल्कुल ठीक हो चुकी है। पार्षद को कहते ही काम करवा देते है। बस मौहल्ले मे जानवरों की बहुत समस्या है। इसका कोई समाधान निकल आए तो लोगों को राहत मिले। रोड लाइट ठीक हो चुकी है।
-दिनेश शर्मा, वार्डवासी।
फिलहाल वार्ड में कोई समस्या नहीं है। बस श्वानों के कारण जरूरत परेशान रहते हैं। रोड लगभग बन चुके हैं, कुछ मौहल्लों में अभी भी काम चल रहा है। छोटे-मोटे काम रहे हैं जो हो जाएंगे। पार्षद ठीक काम करवा रहे हैं। खुद वार्ड में ठीक ठाक समय देते हैं। लोग उनसे सीधे जुड़े हैं।
-फिरोज खान, वार्डवासी।