जयपुर। विश्व कैंसर दिवस पर राजस्थान अस्पताल में कैंसर जागरूकता के लिए एक पोस्टर का विमोचन डॉ. वीरेन्द्र सिंह, डॉ. विजय सारस्वत, डॉ. सर्वेश अग्रवाल, डॉ. वीणा आचार्य, डॉ. मनीष चौमाल और डॉ. अभिषेक पारीक ने किया। कार्यक्रम में डॉ. चौमाल ने कहा कि हर 10 में से एक व्यक्ति को कैंसर होने की संभावना हो सकती है। 2018 में अनुमानित 96 लाख मौतों के साथ कैंसर दुनिया भर में मृत्यु का एक प्रमुख कारण है। अनुमान है कि वैश्विक स्तर पर लगभग छह मौतों में से एक कैंसर के कारण होती है। कैंसर के सबसे आम प्रकार में स्तन कैंसर, फेफड़े का कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर, कोलोरेक्टल कैंसर और पेट का कैंसर शामिल हैं।
डॉ. वीना आचार्य ने बताया कि सर्वाइकल कैंसर महिलाओं में गर्भाशय के निचले हिस्से यानी गर्भाशय ग्रीवा को प्रभावित करता है। यह भारत में महिलाओं के बीच कैंसर का एक सामान्य रूप है, जिसके अनुमानित रूप से हर साल 1,24000 नए मामले सामने आए हैं। डॉ. शीतू सिंह ने बताया कि फेफड़े का कैंसर सभी प्रकार के कैंसर में सबसे घातक है। इससे हर साल अनुमानित 20 लाख नए मामलों का निदान किया जाता है। डॉ. अमोल नागवेकर ने बताया कि हेपेटिक कैंसर एक प्रकार का कैंसर है, जो लिवर में शुरू होता है। डॉ. अभिषेक पारीक ने बताया कि भारत में कैंसर एक बढ़ती हुई स्वास्थ्य चिंता है।