रामदेवरा मेला आज से शुरू, 35 लाख लोगों के आने की उम्मीद

राजस्थान के रामदेवरा में लोक देवता बाबा रामदेव का सालाना मेला सोमवार को शुरू हो गया

Update: 2022-08-29 07:05 GMT
जैसलमेर (राजस्थान)। राजस्थान के रामदेवरा में लोक देवता बाबा रामदेव का सालाना मेला सोमवार को शुरू हो गया। कोरोना महामारी के चलते यह मेला दो साल के अंतराल के बाद आयोजित हो रहा है। राजस्‍थान के साथ साथ उत्तर प्रदेश, पंजाब एवं हरियाणा सहित कई राज्यों से लगभग 35 लाख लोगों के पश्चिमी राजस्थान के लोक देवता बाबा रामदेव की समाधि पर दर्शन के लिए पहुंचने की उम्मीद है। बाबा रामदेव की जन्म तिथि भाद्रपद शुक्ल पक्ष की द्वितीया से एकादशी तक रामदेवरा मेला आयोजन होता है।
इस साल यह 29 अगस्त से सात सितंबर तक आयोजित होगा। इसके उपलक्ष्य में सोमवार सुबह मंगला आरती के साथ 638वें रामदेवरा मेले का विधिवत शुरुआत हुई। इस अवसर पर बाबा की समाधि पर स्वर्ण मुकुट का प्रतिष्ठान किया गया। जैसलमेर की जिलाधिकारी टीना डाबी ने साम्प्रदायिक सद्भाव का संदेश देते हुए बाबा की समाधि की विधि विधान से पूजा-अर्चना की और यहां आने वाले श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं दीं।
मंगला आरती के अवसर पर पुजारी पं. कमल किशोर छंगाणी ने अतिथियों से वैदिक मंत्रोच्चार के साथ बाबा रामदेव जी की समाधि पर दूध, दही, शहद, इत्र एवं पंचामृत से अभिषेक किया और मेवा मिष्ठान एवं मिश्री का भोग लगाया गया। बाबा की समाधि पर नयी चादर चढ़ाई गयी। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक भंवरसिंह नाथावत, नगर विकास न्यास जैसलमर की सचिव एवं मेला समन्वयक सुनीता चौधरी, पोकरण के उपखंड अधिकारी राजेश विश्नोई, बाबा के वंशज गादीपति भोमसिंह तंवर एवं स्‍थानीय जन प्रतिनिधियों ने बाबा रामदेव जी की समाधि की पूजा-अर्चना की एवं देश-प्रदेश में अमन चैन एवं खुशहाली की मंगल कामना की।
जिलाधिकारी डाबी और पुलिस अधीक्षक भंवर सिंह नाथावत ने व्यवस्थाओं का जायजा लिया एवं मेले से जुडे अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे बाबा के भक्तों को सुगमतापूर्वक दर्शन कराने की व्यवस्था करें। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि मेले में भीड़ के मद्देनजर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएं एवं सत्तत निगरानी की जाए। मेले में राजस्‍थान के साथ साथ पड़ोसी राज्‍यों से भी बड़ी संख्‍या में श्रद्धालु आते हैं।
राजस्थान सरकार ने जैसलमेर जिले के रामदेवरा तीर्थ के वार्षिक मेले में अन्य राज्यों से आने वाले यात्री वाहनों को कर में छूट देने का निर्णय क‍िया है। राज्य सरकार के निर्णय के अनुसार, मोटर वाहन कर एवं विशेष पथ कर में यह छूट मेला अवधि 29 अगस्त, 2022 से 10 सितंबर, 2022 (कुल 13 दिन) तक रहेगी। इतिहासकारों के अनुसार, तंवर राजपूत एवं संत रामदेव ने रूणेचा गांव में 33 साल की उम्र में 1459 ईस्वी में समाधि ली थी। उन्हें भगवान कृष्ण का अवतार माना जाता है और हिंदू, मुस्लिम, जैन तथा सिख उनके अनुयायी हैं।

अमृत विचार।

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