राजसमंद: नाथद्वारा शहर के नई हवेली चौक स्थित तेरापंथ भवन में चल रहे चातुर्मास यात्रा के तहत साध्वी मंजू यशा के सान्निध्य में पर्युषण पर्व मनाया जा रहा है। महोत्सव के चौथे दिन बुधवार को वाणी संयम दिवस मनाया गया। संयम दिवस पर साध्वी श्रीजी ने कहा कि भाषा की तीन कसौटी सत्य, संयम और प्रिय शब्द हैं। जो भाषा इन तीनों से मिलती है वही सही भाषा है।
उन्होंने कहा कि वाणी की सत्यता ही व्यक्ति के व्यक्तित्व की मौलिक पहचान है। उन्होंने कहा कि वाणी संयम दिवस पर यथासंभव मौन रहने का संकल्प लें। इस मौके पर साधुओं ने सामूहिक गीत प्रस्तुत किया. साध्वी इंदु प्रभा एवं साध्वी मानस प्रभा ने गीत एवं वाणी के माध्यम से अपने भाव व्यक्त किये।