गहलोत सरकार से राजेंद्र गुढ़ा का मनमुटाव खत्म, सरकारी गाड़ी ली वापस

सरकारी गाड़ी ली वापस

Update: 2021-12-02 11:22 GMT
जयपुर. कटरीना कैफ (Katrina Kaif) को लेकर दिए विवाद बयान के बाद चर्चा में आए राजस्थान के पंचायतीराज मंत्री राजेंद्र गुढ़ा (Rajendra Gudha) के तेवर अब नरम पड़ते दिख रहे हैं. कहा जा रहा था कि मंत्री गुढ़ा सरकार से नाराज हैं और अपनी सरकारी गाड़ी उन्होंने वापस लौटा दी है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक राजेंद्र गुढ़ा ने बुधवार को प्रदेश प्रभारी अजय माकन और कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा से मुलाकात की. मीटिंग के बाद उन्होंने सरकारी गाड़ी वापस ले ली और जल्द अपना चर्ज भी संभाल सकते हैं. पंचायतीराज मंत्री ने सरकारी गाड़ी में ही अपने क्षेत्र का दौरा भी किया है. इससे पहले झुंझुनूं में हुए एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा था कि अजय माकन बुला रहे हैं, लेकिन मुलाकात के लिए वे समय नहीं दे पा रहे है.
गौरतलब हो कि मंत्री राजेंद्र गुढ़ा का एक बयान सोशल मीडिया में जमकर वायरल हुआ था. मंत्री बनने के बाद पहली बार झुंझुनूं आए राजेंद्र गुढ़ा ने अपने स्वागत और 'प्रशासन गांवों के संग' अभियान में ग्रामीणों के बीच सार्वजनिक निर्माण विभाग के चीफ इंजीनियर को ठेठ देसी अंदाज में कहाथा कि उनके इलाके में सड़कें कैटरीना कैफ (Katrina Kaif) के गालों जैसी बननी चाहिए.
जल्द सचिवालय में चार्ज संभाल सकते हैं राजेंद्र गुढ़ा
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, अजय माकन से मुलाकात के बाद मंत्री गुढ़ा ने सरकारी गाड़ी वापस ले ली, लेकिन अभी राज्य मंत्री का चार्ज नहीं संभाला है. कयास लगाए जा रहे हैं जल्द ही वे चार्ज भी संभाल लेंगे. जानकारों की मानें तो बसपा से कांग्रेस में आए 6 विधायकों को मंत्री पद की उम्मीद थी, लेकिन गुढ़ा अकेले मंत्री बन गए. आरोपों से बचने के लिए उन्होंने अभी तक मंत्री पद का चार्ज नहीं लिया है.
बयान के बाद अजय माकन से मुलाकात
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पंचायतीराज मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने अपने निर्वाचन क्षेत्र में बयान दिया था कि प्रदेश प्रभारी अजय माकन और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत उन्हें मुलाकात के लिए बुला रहे हैं, लेकिन वे इसे टाल रहे है. इस बयान के बाद अब मंत्री गुढ़ा ने अजय माकन से मुलाकात की. कयास लगाए जा रहे हैं कि एक तय राजनीति के तहत गुढ़ा संसदीय सचिवों और राजनीतिक नियुक्तियों की घोषणा का इंतजार कर रहे थे. अब नियुक्तिों के बाद वो जल्द अपना चार्ज संभाल सकते हैं. जानकारों की मानें को राजेंद्र गुढ़ा बसपा से आए विधायकों के बीच अपना विश्वास बनाए रखना चाहते है. इस वजह से चार्ज लेने में देरी हो रही है.
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