राजस्थान का पहला गांव, जहां 3 साल में जीरो वेस्ट

Update: 2023-06-05 11:11 GMT

जयपुर न्यूज: जयपुर से 50 किलोमीटर दूर स्थित आंधी गांव। आगामी तीन सालों में यह गांव जीरो वेस्ट बन जाएगा। राजस्थान का यह पहला गांव होगा, जहां सॉलिड वेस्ट और ग्रे वाटर को एक साथ ट्रीट किया जाएगा। घरों के साथ-साथ हॉस्पिटल का वेस्ट वाटर भी ट्रीट करके रियूज होगा। इसके लिए बाहरी के बजाय ग्रीन एनर्जी का इस्तेमाल करते हुए एसटीपी प्लांट लगाए जाएंगे। यहां तक की केना इंडिका पौधे के जरिए पानी फिल्टर होगा। एलपीजी की जगह बायोगैस से मिड-डे मील बनाया जाएगा।

आंधी गांव में पूरी तरह से यह बदलाव डिपार्टमेंट साइंस ऑफ टेक्नोलॉजी के एक प्रोजेक्ट के तहत किया जा रहा है। यह प्रोजेक्ट ट्रांसफोर्मिंग आंधी विलेज टू जीरो वेस्ट मॉडल यूजिंग ग्रीन टेक्नोलॉजी इंटरवेंशन है। 21 मार्च 2022 में यह प्रोजेक्ट शुरू हुआ था। प्रोजेक्ट डायरेक्टर ने बताया, बताया कि इस गांव की स्थिति बहुत खराब है। यहां सॉलिड वेस्ट को अलग-अलग नहीं किया जाता है। यहां तक की घरों से निकलने वाले ग्रे वाटर से लोग गेहूं की खेती कर रहे हैं। जिसे शहर में बेचा जाता है। यह गेहूं खाने से बीमारियां हो सकती हैं। उन्हें इसके बारे में अवेयरनैस ही नहीं है। प्रोजेक्ट शुरू करने से पहले यहां की मिट्‌टी और पानी को टैस्ट किया गया। जिसमें यह पाया गया, ग्रे वाटर में मानकों से ज्यादा ई कोलाई, सेिलमुनआ बैक्टीरिया और पैथोजन हैं। पानी के जरिए ये मिट्टी में जा रहें हैं। इनसे टायफाइड, हैपेटाइटिस, एलर्जी सहित अन्य बीमारियां होती हैं।

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