राजस्थान : राजपुरोहित समाज ने 550 साल में बदली परंपरा

दलित समाज के युवक की गांव में घोड़ी पर बैठा कर निकाली बिंदोरी

Update: 2022-06-14 12:37 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क : गांवों में दलित दूल्हों को अपमानित करने की घटनाओं के बीच राजपुरोहित समुदाय ने पाली में सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल कायम की है। यह मामला राजस्थान के जोधपुर संभाग के पाली जिले के निंबाड़ा गांव का है, यहां गांव के राजपुरोहित समाज ने पहली बार दलित समाज के युवक की घोड़ी पर बैठा कर बिंदोरी निकाली। इसके बाद अब दलित दूल्हों की बिंदौली भी निकाली जा सकेगी। राजपुरोहित समाज के मौजूद लोगों के अनुसार निकट भविष्य में अन्य गांवों में भी इस तरह की परंपरा शुरू करने की कोशिश की जाएगी।

इस राजपुरोहित बहुल गांव के ग्रामीणों ने इसे जातियों में बंटे समाज में सद्भाव की दिशा में एक बड़ा कदम बताते हुए दावा किया कि 550 साल के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि उच्च जाति के प्रभुत्व वाले समुदाय ने सम्मानित किया।राजपुरोहित समाज के प्रमुख लोगों ने कहा, सभी चाहते हैं कि अब गांव में दलित दूल्हों की भी बिंदौली निकले। इस दौरान किसी तरह का तनाव नहीं होना चाहिए। बैठक में मौजूद सभी लोगों ने इस बात का समर्थन किया। गांव वालों ने गुड़ा एंदला एसएचओ रविन्द्रपाल सिंह राजपुरोहित को भी बुलाया और उन्हें बैठक में हुए फैसले की जानकारी दी।

सोर्स-livehindustan

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