राजस्थान पुलिस का राजेंद्र गुढ़ा पर बड़ा एक्शन

Update: 2023-08-03 09:30 GMT

राजस्थान, राजस्थान में सरकार के खिलाफ बयान देने और लाल डायरी पर चर्चा करने के बाद मंत्री पद से बर्खास्त किए गए राजेंद्र गुढ़ा एक और मुसीबत में फंसते नजर आ रहे हैं। पुलिस राजेंद्र गुढ़ा के घर पहुंच गई है. जोधपुर से आई पुलिस का कहना है कि मामला पॉक्सो एक्ट से जुड़ा है. हालांकि पुलिस मामले के बारे में ज्यादा कुछ नहीं बता रही है. गौरतलब है कि बुधवार को राजेंद्र गुढ़ा ने लाल डायरी के तीन पन्ने जारी किए थे, जिसमें सीएम अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत, मुख्यमंत्री के ओएसडी सौभाग सिंह, आरटीडीसी (RTDC) के चेयरमैन धर्मेंद्र राठौड़ और कई अधिकारियों के बीच लेन-देन का जिक्र था. इस दौरान पत्रकारों से बातचीत में गुढ़ा ने कहा था कि सरकार उन्हें झूठे मामले में फंसाकर कभी भी जेल भेज सकती है.

डायरी में धर्मेंद्र राठौड़ की लिखावट - राजेंद्र गुढ़ा

राजेंद्र गुढ़ा ने दावा किया है कि लाल डायरी में लिखावट आरटीडीसी चेयरमैन धर्मेंद्र राठौड़ की है. मैं लाल डायरी को विधानसभा में टेबल पर रखना चाहता था लेकिन डायरी छीन ली गयी. उन्होंने बताया कि अब मुझ पर झूठे मुकदमे दर्ज कर दबाव बनाया जा रहा है. गुढ़ा ने कहा कि मेरे पास जो भी जानकारी है, समय-समय पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर देता रहूंगा.

मैंने गहलोत को दो बार सीएम बनाया: गुढ़ा

पूर्व मंत्री गुढ़ा ने अशोक गहलोत पर निशाना साधते हुए कहा कि मैंने उन्हें दो बार मुख्यमंत्री बनाया. 2008 में वे असफल हो गये थे। उनके पास 96 विधायक थे और वे 100 से ज्यादा विधायक चाहते थे. मैंने उन्हें 6 विधायक दिए थे. उन्हें मुख्यमंत्री बनाने में मदद की थी. इसके बाद उनके कहने पर 6 बार राज्यसभा के लिए वोट किया. 2018 में दूसरी बार मैंने फिर 6 विधायक दिए. फिर उन्हें सरकार बनाने में मदद की. इस बयान के बाद गुढ़ा को हटा दिया गया था राजस्थान में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों को लेकर राजेंद्र गुढ़ा ने सदन में कहा था कि 'यह स्वीकार करना चाहिए, यह सच है कि हम महिलाओं की सुरक्षा में विफल रहे हैं. जिस तरह से राजस्थान में महिलाओं पर अत्याचार बढ़े हैं, हमें मणिपुर की चिंता करने के बजाय अपने अंदर झांकना चाहिए. इस बयान के बाद राजेंद्र गुढ़ा को मंत्री पद से बर्खास्त कर दिया गया था.

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