Rajasthan : अब 2025 में परीक्षार्थी 41 जिलों के हिसाब से करेंगे जीके की तैयारी
Rajasthan राजस्थान: लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) और राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड ने अगस्त 2023 से अब तक आयोजित किसी भी परीक्षा में पिछली सरकार में बने 19 नए जिलों और 3 नए संभागों के बारे में कोई सवाल नहीं पूछा। अभी तक 33 जिलों को मानकर सवाल पूछे जा रहे थे। दोनों परीक्षा एजेंसियां नई सरकार के जिलों को लेकर घोषणा का इंतजार कर रही थीं, जो शनिवार को पूरी हो गई।
प्रदेश में 9 जिले और तीन नए संभागों को खत्म करने के बाद अब 41 जिले और साएजेंसियां अब 2025 में होने वाली परीक्षाओं में नए जिलों को लेकर सवाल पूछेंगी। वर्ष 2025 में आरएएस, प्रथम श्रेणी शिक्षक परीक्षा, द्वितीय श्रेणी शिक्षक, तृतीय श्रेणी शिक्षक, रीट, विभिन्न विभागों में जेईएन भर्ती, ईओ-आरओ भर्ती, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी भर्ती, जेल प्रहरी भर्ती, जेलर भर्ती सहित अन्य परीक्षाएं होंगी, जिनमें नया जीके आने की पूरी संभावना है। गौरतलब है कि राज्य सरकार ने अनूपगढ़, सांचौर, नीमकाथाना, जोधपुर ग्रामीण, जयपुर ग्रामीण, केकड़ी, गंगापुर सिटी, दूदू और शाहपुरा को दिया गया जिला का दर्जा खत्म कर दिया है। त संभाग बचे हैं। दोनों
राजस्थान की पाकिस्तान के साथ 1070 किलोमीटर लंबी सीमा लगती है। अनूपगढ़ जिले को खत्म करने के बाद अब राज्य के पांच जिले श्रीगंगानगर, बीकानेर, फलौदी, जोधपुर, जैसलमेर और बाड़मेर अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे होंगे। फलौदी को अगस्त 2023 में नया जिला बनाया गया था।
नए जिलों के गठन और 9 जिलों को खत्म करने से लूनी, नर्मदा और कांटली नदियों के प्रवाह क्षेत्र में बदलाव आएगा। सांचौर जिला अब लूनी नदी के प्रवाह क्षेत्र में नहीं आएगा। नर्मदा अब तीन की जगह दो जिलों जालौर और बाड़मेर में बहेगी। कांटली नदी का उद्गम स्थल नीम का थाना से बदलकर वापस सीकर हो गया है। घग्गर नदी फिर से दो जिलों श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ से होकर बहेगी।