मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत के राजस्थान मिशन 2030 के लिए जल संसाधन वृत, जोधपुर के अधीन जिला जोधपुर के अधीन हितधारकों के साथ संवाद कार्यक्रम आयोजन विभागीय सभागार में किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता अधीक्षण अभियन्ता श्री रीनेश सिंघवी द्वारा की गयी।
कार्यक्रम में श्री अमर सिंह गहलोत, प्रेम सिंह गहलोत, डगाराम गहलोत, श्री सोहन सिंह गहलोत, श्री मदन सुदन गहलोत एवं श्री सुभाष देवड़ा, श्री गुमान सिंह काश्तकारो तथा अन्य विभिन्न जल उपयोगिता संगमों के अध्यक्ष, सदस्य, स्वयंसेवी संगठनों के प्रतिनिधियों एवं जाकरूक किसानों सहित जल संसाधन विभाग, जोधपुर के अधिशाषी अभियन्तागण श्रीमती लक्ष्मी माथुर, श्री चन्द्रवीर सिंह, श्री मदन सिंह जैतावत, श्री अब्दुल हमीद, सहायक अभियन्ता सुश्री कोमल, श्री राजेन्द्र कुमावत, श्रीमती रेखा चौधरी, श्रीमती प्रियंका बालोटिया, श्रीमती हर्षिता गहलोत, श्री भैराराम चौधरी, श्री रमन त्रिवेदी, श्री ललित किशोर वैष्णव, श्री राजेन्द्र प्रसाद गौड, श्री जितेन्द्र सिंह, श्री वीरेन्द्र सिंह एवं समस्त अधिकारीगण एवं कर्मचारीगण ने अपने विचार व्यक्त किये।
इसमें सभी हितधारकों द्वारा जल संसाधन की पूर्व संचालित संरचनाओं एवं नयी संरचनाओं के निर्माण, विभिन्न संरचनाओं के समय-समय पर रख-रखाव एवं उनके सुगम संचालन के लिए सुझाव प्रस्तुत किये गये। विभागीय बांधों एवं नहरों से काश्तकारों को दिये जाने वाले पानी की गिरदावरी के लिए विभागीय पटवारियों के पद स्वीकृत करवाये जायें।
अधीक्षण अभियन्ता श्री रीनेश सिंघवी ने बताया कि प्राप्त प्रस्तावों एवं सुझावों का संकलन कर शीघ्र ही उच्च स्तर पर प्रेषित किया जायेगा ताकि इनके आधार पर विभाग का मिशन 2030 का विजन डॉक्युमेंट तैयार हो सके। अधिशाषी अभियन्ता श्री चन्द्रवीर सिंह ने अन्त में सभी आगुंतकों को धन्यवाद ज्ञापित किया।