राजस्थान मिशन 2030 एचसीएम रीपा क्षेत्रीय प्रशिक्षण केन्द्र में संभाग स्तरीय कार्यशाला हुई संपन्न

Update: 2023-09-05 12:29 GMT
जोधपुर ग्रामीण,5 सितंबर/ राजस्थान मिशन 2030 के लिए क्षेत्रीय प्रशिक्षण केन्द्र, हरिशचन्द्र राजस्थान राज्य लोक प्रशासन संस्थान जोधपुर द्वारा मंगलवार को शिक्षक दिवस के अवसर पर संस्थान सभागार में प्रशिक्षण एवं क्षमता संवर्धन के परिप्रेक्ष्य में राजस्थान विजन डॉक्यूमेंट 2030 तैयार करने के लिए विभाग के स्टेज संस्थान के पूर्व एवं वर्तमान संकाय एवं अतिथि संकाय एल्युमनी नेटवर्क, स्टॉफ एवं परामर्शदाताओं के साथ गहन परामर्श के लिए एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई।
इस कार्यशाला में प्रशिक्षण और क्षमता संवर्धन में सुधार, नवीनीकरण एवं समसामयिक प्रासंगिकता के लिए अनेक महत्वपूर्ण सुझाव प्राप्त हुए जिनको हरीशचंद्र माथुर रीपा के राजस्थान मिशन 2000 के प्रारूप में संकलित कर निदेशालय स्तर पर भिजवाया जाएगा।
मिले महत्वपूर्ण सुझाव
सभी के लिए प्रशिक्षण विभिन्न प्रशासनिक स्तर की पृथक आवश्यकताओं को दृष्टिगत रखते हुए बहुस्तरीय प्रशिक्षण मॉड्यूल विकसित किये जाए। जन सहभागिता के आधार पर राजकीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों के अतिरिक्त अन्य स्टेकहोल्डर्स को भी प्रशिक्षण दिया जाना प्रस्तावित है। राष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण शिक्षा संस्थानों से सहयोग के साथ उत्कृष्ट कार्यक्रम का आयोजन करना। विश्वस्तरीय शिक्षाविदों एवं प्रशिक्षकों का संस्थान से नियमित जुड़ाव दृप्रशिक्षण एवं अनुसंधान के साथ उत्कृष्ट प्रशिक्षकों के साथ समन्वय स्थापित कर मनोनयन के लिए कार्ययोजना तैयार करना।
ग्लोबल तकनीकी परिवर्तनों पर आधारित सुविधाएंदृ डिजिटल अध्ययन कक्ष,डिजिटल पुस्तकालय, मैकेनाइज्ड हॉस्टल एवं मैस सुविधाओं आदि की दिशा में लगातार प्रयास करना। सतत पर्यावरण विकास की कार्ययोजनादृसंस्थान में बायोडाइवर्स लैंडस्केपिंग, इकोफ्रेंडली,अपशिष्ट प्रबंधन सिस्टम, रेन वाटर हार्वेस्टिंग जैसे नवाचारों को लागू करने के लिए कार्ययोजना।सुखद जीवन क्लब की अवधारणादृ संस्थान में आगन्तुक, अधिकारियों एवं कर्मचारियों के कार्य एवं जीवन में बेहतर संतुलन के लिए विभिन्न कार्यक्रम एवं गतिविधियों का आयोजन।
ये रहे मौजूद
रीपा संस्थान की अतिरिक्त निदेशक (प्रशासन) एवं कार्यशाला समन्वयक डॉ. ईरा भटनागर ने बताया कि कार्यशाला में विभिन्न विभागों के प्रशासनिक एवं लेखाधिकारी एवं शिक्षाविदों की उपस्थिति रही। कार्यशाला में विशेष योगदान श्री कैलाश प्रकाश पुरोहित, डॉ. गोविन्द नारायण पुरोहित, श्री धीरज व्यास, सुश्री प्रगति भाटी, श्रीमती स्वाति वशिष्ट, श्रीमती मंजू शर्मा, सुश्री अमृता दूदिया, डॉ. रामेश्वर प्रसाद करल, श्री शैलेन्द्र पुरोहित, डॉ. सुखबीर सिंह, इंजीनियर दरिया सिंह श्री सुरेश दत्त पुरोहित, श्री देवबन गोस्वामी, श्री ओम प्रकाश गोयल, डॉ. दिलीप कुमार राजपुरोहित, श्री धीरज व्यास, श्री योगेन्द्र अग्रवाल, श्री दिनेश कुमार पेडीवाल की उपस्थिति रही।
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