राजस्थान ब्रेकिंग न्यूज: अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने से लापता हुए राजस्थान के कई यात्री, सीएम गहलोत ने ट्वीट कर जताई चिंता
अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने से लापता हुए राजस्थान के कई यात्री
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। जयपुर न्यूज डेस्क। राजस्थान की बड़ी खबर में आपको बता दें कि अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने से राजस्थान के कई यात्री लापता हो गए है, जिनकी तलाश जारी है। अमरनाथ गुफा के पास शुक्रवार शाम को बादल फटने से आई आकस्मिक बाढ़ के कारण कई लोग बह गये एवं कम से कम 16 लोगों की मौत हो गई है। वहीं करीब 50-60 लोगों के लापता होने की आशंका जताई जा रही है। इनकी तलाश में रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है। देर रात तक राहत और बचाव कार्य चलता रहा है। शनिवार सुबह से एक बार फिर ऑपरेशन में तेजी लाई गई है।
अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने से मृतकों में बीकानेर के रिटायर्ड सीआई सुशील खत्री व श्रीगंगानगर की उनकी समधन सुनी वधवा की मौत हो गई। इसके अलावा श्रीगंगानगर जिल से 7 लोग अभी लापता भी बताए जा रहे हैं। वहीं, इस घटना में कोटा व भरतपुर से भी 250 लोग फंस गए है। सुशील खत्री ने साहत दिखाते हुए सैलाब से कई लोगों को बचाया लेकिन खुद बह गए। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने घटना पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि अमरनाथ यात्रा के दौरान बालटाल में बादल फटने से आई आपदा में राजस्थान के श्रद्धालुओं के भी फंसने की सूचना चिंताजनक है। राजस्थान सरकार के अधिकारी जम्मू कश्मीर के अधिकारियों से निरंतर संपर्क में हैं तथा राहत एवं बचाव कार्यों में समन्वय किया जा रहा है। मैं सभी श्रद्धालुओं के सुरक्षित होने की कामना करता हूं।
पुलिस एवं एनडीआरएफ अधिकारियों ने बताया कि इस घटना में कई टेंट तथा सामुदायिक रसोईघर नष्ट हो गए। जम्मू कश्मीर प्रशासन के एक अधिकारी ने बातया कि इस त्रासदी के कारण अमरनाथ यात्रा निलंबित कर दी गयी है तथा उसे बहाल का निर्णय बचाव अभियान पूरा हो जाने के बाद ही लिया जाएगा। अमरनाथ यात्रा तीन जून को शुरू हुई थी।
अधिकारियों ने कहा कि घायलों की सहायता के लिए सोनमार्ग एवं अन्य स्थानों पर अस्थायी अस्पताल बनाये गये हैं। उनके अनुसार दक्षिण कश्मीर के अंनतनाग, श्रीनगर और दिल्ली में हेल्पलाइन स्थापित किये गये हैं ताकि प्रभावित परिवारों की मदद की जा सके, साथ ही कश्मीर के संभागीय आयुक्त के प्रभार में एक समेकित कमान केंद्र स्थापित किया गया है। जम्मू कश्मीर प्रशासन ने बचाव अभियान के लिए उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर लगाये हैं। इस वक्त पुलिस, सेना तथा एनडीआरएफ के कर्मी बचाव अभियान में लगे हैं।