राजस्थान: संक्रामक बीमारी से बच्चों की हथेलियों से निकल रहा खून, मिले 35 मरीज
देशभर में कोरोना संक्रमण बीमारी के केस कम होने से सभी राहत की सास ले रहे हैं.
देशभर में कोरोना संक्रमण बीमारी के केस कम होने से सभी राहत की सास ले रहे हैं. 2 साल में अब हुआ है जब सभी पाबंदियों से छुटकारा मिला है. हालांकि, बीमारी से सावधानी भी जरूरी है क्योंकि राजस्थान में उदयपुर (Udaipur) संभाग के राजसमन्द जिले में दूसरी संक्रामक बीमारी ने लोगों को जकड़ लिया है. शिकायत पर जब चिकित्सा टीम संबंधित बस्ती में गई और जांच की तो एक दिन में 50 घरों में 35 संक्रमित मिले. चौंकाने वाली बात ये है कि इसमें सबसे ज्यादा प्रभावित बच्चे हो रहे हैं. चिकित्सा विभाग (Medical Department) की टीम लगातार जांच कर रही है.
मिली थी ये शिकायत
चिकित्सा विभाग को शिकायत मिली थी कि जिले की पुठौल पंचायत के गेला की भागल बस्ती में लोग संक्रामक बीमारी से ग्रसित हैं. लोग इतनी तकलीफ से गुजर रहे हैं कि परेशानी के कारण ठीक से चल भी नहीं पा रहे हैं. बच्चों की हथेलियों से खून निकल रहा है. शिकायत मिलने के बाद बीसीएमओ डॉ राजकुमार खोलिया और कमला नेहरू हॉस्पिटल से डॉक्टरों की टीम मौके पर पहुंची और जांच की.
खुजली की वजह से परेशान हुए लोग
चिकित्सा विभाग की टीम ने लोगों की जांच की तो उनमें चर्म रोग पाया गया. उनके हालात ऐसे थे कि खुजली कर-कर के परेशान हो गए थे और खुजली करने से हाथ-पैर सहित अन्य जगह से खून निकल रहा था. लोगों को डॉक्टरों ने दवाइयां दी और स्वच्छता रखने के लिए जागरूक किया. चिकित्सा अधिकारियों ने बताया कि चर्म रोग इतना अधिक संक्रमक होता है कि संक्रमित व्यक्ति के बिस्तर, कपड़े या रोगी के संपर्क में आई किसी सतह को छूने से फैल जाता है. स्केबीज त्वचा के किसी भी हिस्सों में फैल सकता है. पहली बार जब कोई व्यक्ति के सपंर्क में आता है तो लक्षणों को विकसित होने में करीब 2 से 6 सप्ताह तक का समय लगता है.
मरीजों को दी गई दवा
बीसीएमओ राजकुमार खोलिया ने बताया कि चिकित्सम टीम ने घर-घर सर्वे किया जिसमें करके करीब 35 मरीज मिलें जिन्हें दवा का वितरण किया गया है. ये स्कैबीज रोग है. बस्ती के लोगों को स्वच्छता का पूरा ध्यान रखने व दवा का सही तरीके से उपयोग करने की सलाह दी गई.