Jaipurजयपुर। राजस्थान में 7 विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव के दौरान बुधवार सुबह 7 बजे से मतदान शुरू होगा और शाम 6 बजे तक चलेगा। इसके लिए रिटर्निंग अधिकारियों, जिला निर्वाचन अधिकारियों ने मतदान केन्द्रों तक सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। सभी 7 विधानसभा क्षेत्रों में स्वतंत्र, निष्पक्ष, सुरक्षित, भय तथा प्रलोभन रहित मतदान के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था भी की गई है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री नवीन महाजन ने मंगलवार शाम को एक वीडियो कांफ्रेंस के जरिए उपचुनाव की तैयारियों के लिए जिला प्रशासन और पुलिस के राज्य तथा जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ तैयारियों की समीक्षा की और आवश्यक निर्देश दिए। बैठक में सभी 7 विधानसभा क्षेत्रों में सुचारू मतदान प्रक्रिया, इको-फ्रेंडली चुनावी व्यवस्था, बेहतर मतदान प्रतिशत पर चर्चा हुई। इस दौरान संवेदनशील मतदान केन्द्रों पर विशेष फोकस रखते हुए चुनाव को प्रभावित करने की आशंका से निपटने की कार्ययोजना पर विस्तार से विमर्श किया गया।
बैठक में पुलिस महानिरीक्षक सतर्कता श्री प्रफुल्ल कुमार, पुलिस महानिरीक्षक एटीएस श्री हेमंत कुमार शर्मा, पुलिस महानिरीक्षक कानून-व्यवस्था श्री अनिल कुमार टांक सहित राज्य सरकार के आबकारी विभाग के आयुक्त श्री शिवप्रसाद नकाते और भारत सरकार के आयकर विभाग के राज्य स्तरीय नोडल अधिकारी श्री एसआर जगदाले उपस्थित थे। बैठक में आबकारी, आयकर विभागों और पुलिस के जिला स्तरीय नोडल अधिकारी भी मौजूद रहे।
श्री महाजन ने समीक्षा बैठक में कहा कि उपचुनाव के दौरान सभी विधानसभा क्षेत्रों में चुनावी प्रक्रिया के सुचारू संचालन के साथ ही संवेदनशील मतदान केन्द्रों पर अतिरिक्त सावधानी बरतने की आवश्यकता है। उन्होंने सभी मतदान दलों की सुव्यवस्थित रवानगी और पहुंच तथा ईवीएम-वीवीपैट मशीनों में तकनीकी त्रुटि होने पर मॉक पोल और वास्तविक मतदान के दौरान बदलने के बारे में विस्तृत जानकारी ली।
श्री महाजन ने बताया कि चुनाव की संवेदनशीलता को देखते हुए सभी 7 विधानसभा क्षेत्रों में कुल 1,915 मतदान केन्द्रों में से मतदान की गोपनीयता को ध्यान में रखते हुए 1,170 केन्द्रों के अन्दर लाइव वेबकास्टिंग की व्यवस्था की जा रही है. कुछ मतदान परिसर, जहां 3 या इससे अधिक मतदान केन्द्र हैं, वहां बूथ के बाहर की तरफ भी कैमरे लगाए गए हैं। इससे मतदाताओं की कतार और कानून एवं व्यवस्था की स्थिति पर भी नज़र रहेगी। उन्होंने इस गतिविधि को अधिक सार्थक बनाने के लिए वेबकास्ट लाइव फीड का तत्समय विश्लेषण करने और उस पर सकारात्मक कार्रवाई की व्यवस्था करने पर जोर दिया। उन्होंने इसके लिए स्थानीय अधिकारियों के लिए निर्देशित की गई मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) को प्रभावी ढंग से लागू करने और आवश्यकता के अनुसार त्वरित सुधारात्मक कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
प्रलोभन रहित चुनाव के लिए जब्ती कार्य में सख्ती की जरूरत—
श्री महाजन ने कहा कि मतदान दिवस पर अवैध नकदी, शराब, नशीले पदार्थों, मुफ्त वितरण की वस्तुओं की धरपकड़ की कार्यवाही में अधिक सख्ती बरतने की जरूरत है। उन्होंने चुनाव को प्रभावित करने से रोकने के क्रम में राज्य पुलिस, आबकारी और आयकर अधिकारियों, अन्य प्रवर्तन एजेंसियों सहित उड़न दस्तों (एफएस) और स्थैतिक निगरानी टीमों (एसएसटी) को अधिक सक्रिय एवं सतर्क रह कर कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि दूसरे राज्यों के साथ सीमावर्ती क्षेत्रों और चुनाव आचार संहिता के प्रभाव वाले जिलों के पड़ोसी जिलों के साथ लगे नाकों पर अधिक सतर्कता बरती जाए, ताकि चुनाव के संचालन में किसी बाहरी व्यवधान को रोका जा सके।
निर्वाचन संबंधी रिपोर्ट समय पर भेजना सुनिश्चित करें—
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने जिला निर्वाचन अधिकारियों और रिटर्निंग अधिकारियों की ओर से भारत चुनाव आयोग को मतदान के दौरान और मतदान दिवस के बाद अगले दिवसों में भेजी जाने वाली रिपोर्ट समय पर भेजना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने मतदान प्रतिशत (वोटर टर्न आउट) बढ़ाने पर फोकस करने के निर्देश देते हुए कहा कि अगर लाइव वेबकास्ट फीड में किसी पोलिंग बूथ पर मतदाताओं की संख्या कम नजर आती है, तो इस स्थिति में जागरूकता (स्वीप) गतिविधियों के जरिए मतदाताओं को मतदान के लिए प्रोत्साहित करने के लिए तात्कालिक प्रयास किए जाएं।
सुरक्षा कार्मिकों को बेहतर व्यवहार के निर्देश—
राज्य पुलिस महानिरीक्षक सतर्कता श्री प्रफुल्ल कुमार तथा पुलिस महानिरीक्षक कानून-व्यवस्था एवं राज्य पुलिस नोडल अधिकारी श्री अनिल कुमार टांक ने जिला पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिए कि वे मतदान के दौरान मतदान केन्द्रों पर मतदाताओं, मतदान दलों और निगरानी अधिकारियों के बीच बेहतर समन्वय करें। उन्होंने कहा कि पुलिस तथा केन्द्रीय सुरक्षा बलों की भूमिका मतदाताओं के सहयोगी की होती है, इसलिए फील्ड में तैनात सुरक्षा कार्मिकों को बेहतर व्यवहार करने के लिए निर्देशित करें। किसी भी स्थिति में मतदान केन्द्र पर पोलिंग को बाधित नहीं होने दें। साथ ही, मतदान प्रक्रिया या कानून-व्यवस्था में किसी व्यवधान की स्थिति में आवश्यकता होने पर सख्त कार्रवाई करें। अवैध नकदी, शराब या मुफ्त वितरण की वस्तुओं के वितरण पर रोक के लिए भी कड़ी और प्रभावी कार्रवाई करें।
इको-फ्रेंडली चुनाव के लिए कार्ययोजना लागू करने पर जोर—
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि प्रदेश में विधानसभा उपचुनाव के दौरान मतदान प्रक्रिया को पर्यावरण के अनुकूल (इको-फ्रेंडली) बनाने के लिए तैयार की गई कार्ययोजना की पूरी तरह से पालना सुनिश्चित करें। इस क्रम में मतदान केन्द्रों और ईवीएम संग्रहण केन्द्रों पर खाने-नाश्ते के लिए कागज के पैकेट एवं दोने-पत्तल, पेयजल के लिए प्लास्टिक बोतल की जगह घड़े से पानी और चाय आदि के लिए केतली एवं कुल्हड़ का उपयोग किया जाए। सेल्फी पॉइंट यथासंभव इको फ्रेंडली बनाए जाएं और मतदान केन्द्रों पर मतदाताओं से पौधारोपण करवाने की व्यवस्था की जाए।
कुल 19.37 लाख मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे—
राजस्थान के 7 विधानसभा क्षेत्रों उपचुनाव के लिए कुल 69 उम्मीदवार मैदान में हैं. इनके लिए बुधवार को 10 लाख से अधिक पुरुष, 9.32 लाख महिला एवं 7 थर्ड जेंडर मतदाताओं सहित कुल 19.37 लाख मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे। मतदान के लिए 53 सहायक बूथ सहित कुल 1,915 मतदान केन्द्र बनाए गए हैं, जिससे मतदाताओं को लम्बी कतार में इन्तजार ना करना पड़े। इसके लिए कुल 1,915 मतदान दल इन केन्द्रों पर पहुंच कर आवश्यक व्यवस्था स्थापित कर चुके हैं।