Rajasthan: अतिवृष्टि के मध्यनजर आपदा प्रबंधन व्यवस्थाओं की समीक्षा बैठक आयोजित

Update: 2024-08-14 11:02 GMT
Rajasthan राजस्थानजिले में निरंतर हो रही भारी वर्षा के कारण अतिवृष्टि से प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को राहत पहुंचाने के उद्देश्य से आपदा प्रबंधन व्यवस्थाओं एवं विभागीय योजनाओं की समीक्षा बैठक माननीय कृषि उद्यानिकी, ग्रामीण विकास, आपदा प्रबंधन, सहायता एवं नागरिक सुरक्षा तथा जन अभियोग निराकरण विभाग मंत्री डॉ. किरोडी लाल मीणा की अध्यक्षता में बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित हुई।
बैठक में कैबिनेट
मंत्री डॉ. किरोडी लाल मीणा ने जिला कलक्टर डॉ. खुशाल यादव से अतिवृष्टि के उपरांत अब तक किये गये बचाव कार्याे की जानकारी प्राप्त कर, प्रभावित लोगों की मदद के लिए आवश्यक कदम उठाने एवं शहर में जलभराव का स्थाई समाधान करने के लिये सभी जिला स्तरीय अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान किए। उन्होंने कहा कि शहर में बारिश के पानी की निकासी के लिए अतिक्रमण को हटाकर नालों को सुचारु किया जाए। इस दौरान उन्होंने पुराने शहर में खण्डार तिराहे पर जामा मस्जिद के पास निर्मित नाले पर डिवाईडर निर्माण के समय तकनीकी खामियों के कारण शहर सड़क पर जलभराव की स्थिति पर नाराजगी व्यक्त करते हुए निर्माण कार्य की जांच करवाने एवं शीघ्र जल निकासी की व्यवस्था करने के निर्देश नगर परिषद आयुक्त फतेह सिंह को दिए।
फसल, मानवीय क्षति एवं पशु हानि की भिजवाए रिपोर्ट:- उन्होंने कहा कि अतिवृष्टि के कारण आपदा की स्थिति में सभी अधिकारी आपसी समन्वय से सक्रिय रहकर कार्य करें। जल भराव से प्रभावित क्षेत्र में शुद्ध पेयजल, खाद्य साम्रगी, चिकित्सकीय सुविधा, अवरूद्ध रास्तों से जल निकासी व सफाई करवाकर मार्गो की शीघ्र बहाली करने के निर्देश दिए। उन्होंने अतिवृष्टि के कारण फसलों में हुए नुकसान, मानवीय क्षति एवं पशु हानि आदि का विभागवार चिन्हिकरण कर कलेक्ट्रेट कार्यालय के माध्यम से राज्य सरकार को रिपोर्ट भिजवाने के निर्देश दिए ताकि नुकसान की स्थिति में नियमानुसार मुआवजा दिया जा सके।
बांधों की जानी वर्तमान स्थिति:- उन्होंने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. धर्मसिंह मीना को जलजनित मौसमी बीमारियों की निगरानी रखते हुए ड्रग वेयर हाउस की नियमित मॉनिटरिंग करने, आवश्यक दवाइयों की पूर्व तैयारी रखने के निर्देश दिए। उन्होंने जल संसाधन विभाग के अधिशाषी अभियंता अरूण शर्मा से जिले के सभी बांधो की वर्तमान स्थिति की जानकारी लेते हुए निर्देश दिए कि बांध एवं एनिकट में मिट्टी कटाव व बांध में रिसाव जैसी स्थिति पाए जाने पर तुरन्त समीपवर्ती क्षेत्र के निवासियों को सूचित करते हुए रोकथाम के उपाय करें।
उन्होंने जिले में वन विभाग से एनओसी नहीं मिलने के कारण रूके हुए विकास कार्यो को प्रारम्भ कराने के लिए डीएफओ रामानंद भाकर को संबंधित विभागों के साथ आपसी समन्वय स्थापित करते हुए आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए। उन्होंने जलदाय विभाग के अधिकारी को बारिश के मौसम में पानी की सेंपलिंग एवं क्लोरीनेशन करवाकर पेयजल की शुद्धता सुनिश्चित करने एवं पेयजल आपूर्ति की स्थिति जानकर पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने भविष्य में गर्मी के मौसम में आने वाली पेयजल समस्या के निराकरण हेतु वैकल्पिक व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। वहीं जल जीवन मिशन के तहत क्षतिग्रस्त सड़कों को शीघ्र दुरस्त करने के निर्देश अधिशाषी अभियंता पीडब्ल्यूडी को दिए।
उन्होंने अधीक्षण अभियंता विद्युत विभाग हरीश चन्द मंगल को बरसात के मौसम में विद्युत पोल गिरने एवं विद्युत लाईन टूटने जैसी घटनाओं की सूचना प्राप्त होते ही त्वरित कार्यवाही हेतु निर्देशित किया ताकि किसी प्रकार की जनहानि घटित ना हो। उन्होंने कहा कि शहरी क्षेत्र में विद्युत पोलों पर लगे पिल्लर बॉक्सों को ढक्कन लगाकर कवर किया जाए ताकि करंट आने की सम्भावना नहीं रहे और जनहानि से बचा जा सके। इस दौरान आरडीएसएस योजना के तहत निर्माणाधीन जीएसएस के संबंध में जानकारी लेते हुए कार्य में तेजी लाने के निर्देश विद्युत विभाग के अशोक कुमार बुजेटिया को दिए।
हर घर तिरंगा कैनवास किए हस्ताक्षर:- कैबिनेट मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा कलेक्ट्रेट परिसर में हर घर तिरंगा अभियान के तहत बनाए गए तिरंगा कैनवास पर हस्ताक्षर कर अपना संदेश लिखकर हर घर तिरंगा अभियान को जिले में सफल बनाने का आह्वान किया।
बैठक में जिला पुलिस अधीक्षक ममता गुप्ता, अतिरिक्त जिला कलक्टर जगदीश आर्य, मुख्य कार्यकारी अधिकारी हरिराम मीना, एसडीएम अनिल चौधरी, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी कृष्णा शर्मा, संयुक्त निदेशक कृषि विस्तार रामराज मीना सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
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