Pratapgarh: राजस्थान जल महोत्सव मनाते हुए हर्षोउल्लास से आयोजित हुआ जिला स्तरीय कार्यक्रम

Update: 2024-09-14 09:14 GMT
Pratapgarh प्रतापगढ़ । प्रदेश के सुख-समृद्धि एवं चहुंमुखी विकास के लिए जल झूलनी एकादशी के दिन राजस्थान जल महोत्सव-2024 के जिला स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन शनिवार को दीपेश्वर तालाब पर किया गया।
समारोह प्रदेश के राजस्व एवं उपनिवेशन विभाग मंत्री श्री हेमन्त मीणा के मुख्य आतिथ्य में आयोजित हुआ, जिसमें जिला कलक्टर डॉ. अंजलि राजोरिया भी तथा नगरवासी शामिल हुए।
समारोह की शुरूआत मुख्य अतिथि द्वारा दिपेश्वर तालाब की पूजा-अर्चना से की गई, जिसके पश्चात स्कूली छात्र-छात्राआंे द्वारा प्रदेश में जल के महत्व को दर्शाते हुए कविता पाठन, एकल नृत्य, समुह सांस्कृतिक लोकनृत्य आदि की प्रस्तुती दी गई, इन सांस्कृतिक प्रस्तुतियों में आदर्श सरस्वती विद्यालय, अंकुर सरस्वती विद्यालय व कस्तुरबा गांधी विद्यालय के विद्यार्थियों की भूमिका सराहनीय रही। समारोह में जिला परिषद के अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी के द्वारा जल के महत्व को बताते हुए कविता पाठन किया गया।
समारोह में माननीय कैबीनेट मंत्री श्री हेमन्त मीणा ने सभी को संबोधित करते हुए जल झुलनी एकादशी के दिन प्रदेशभर में हो रहे इस जल महोत्सव का महत्व बताया, उन्होंने कहा कि राजस्थान प्रदेश में सदियो से जल को आराध्य माना गया है और जल को संजो के रखने तथा उसका सदुपयोग करने की प्रथा चली आ रही है, उन्होंने कहा कि जल देवता की कृपा से कांठल क्षेत्र जिसमें प्रतापगढ़ आता है हमेशा से ही जल समृद्ध क्षेत्र रहा है, उन्होंने इस अवसर पर वृक्ष लगाने के लिए चलाये जा रहे अभियान की सराहना की। उन्होंने केन्द्र सराकार की एक पेड़ मॉ के नाम और उज्जवला योजना द्वारा पर्यावरण को हो रहे लाभ के बारे में व्यापक रूप से बताया। श्री मीणा ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति के लिए पर्यावरण का ध्यान रखना अति आवश्यक है क्योंकि जितना हम प्रकृति को देते है, उससे कई गुणा अधिक प्रकृति हमे लोटाती है। राजस्व मंत्री ने सभी जन को पेड़ पौधे को लगाने व उनका ध्यान रखने को कहा, साथ ही इस बात पर भी जोर दिया की कम से कम पेड़ काटे जाये। माननीय मंत्री द्वारा उनके संबोधन के पश्चात सभी उपस्थित जन समुह को जल एवं वायु के संबंध में प्रतिज्ञा दिलाई गई।
जल महोत्सव-2024 के अवसर पर जिले में विभिन्न भरे हुए जलदायो पर पूजा-अर्चना एवं कार्यक्रम आयोजित किये गए, अनेको ग्राम पंचायतो एवं गांव में भी कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। जल महोत्सव का मुख्य उद्देश्य पर्याप्त वर्षा जल उपलब्ध होने के लिए प्रकृति के प्रति आभार व्यक्त करना था।
कार्यक्रम में नगर परिषद सभापति रामकन्या गुर्जर, जनप्रतिनिधि गोपाल कुमावत, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी परसराम, जिला शिक्षा अधिकारी महेशचन्द्र आमेटा, जल संसाधन विभाग के अधिशांषी अभियंता रामधर मीणा, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के डॉ.टीआर आमेटा, महिला एवं बाल विकास विभाग अधिकारी डॉ. नेहा माथुर सहित विभिन्न जनप्रतिनिधि, स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि, विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राएं, अध्यापकगण, नगर एवं ग्रामवासी और बड़ी मात्रा में आमजन मौजूद हुए। कार्यक्रम में मंच का संचालन सफलतापूर्वक टी.आर. आमेटा व अनिता गुप्ता द्वारा किया गया।
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