Pratapgarh प्रतापगढ़ । जिला कलक्टर डॉ. अंजलि राजोरिया की अध्यक्षता में सोमवार को मिनी सचिवालय सभागार में साप्ताहिक समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में जिला कलक्टर ने अधिकारियों से चल रहे विकास कार्यों व योजनाओं की प्रगति सहित अन्य विषयों पर चर्चा कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
जिला कलक्टर ने डेंगू, मलेरिया व मौसमी बीमारियों के संक्रमण की रोकथाम को लेकर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग व पशुपालन विभाग को निर्देश दिए कि ग्रामीण इलाकों में संक्रमण को रोकने के प्रति चल रही विभिन्न गतिविधियों और बढ़ाई जाए । उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को यह सुनिश्चित करने को कहा कि ईलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र व जिला चिकित्सालय में हर पल पर्याप्त मात्रा में दंवाईयां उपलब्ध होनी चाहिए। उन्होंने विद्युत विभाग के अधिकारियों से दिन में कई घंटे विद्युत सप्लाई बाधित हाने पर नाराजगी जताई, साथ ही यह निर्देश दिए कि आने वाले फसलों की बुवाई के मौसम में कृषि कार्यो में उपयोग किये जाने वाली विद्युत सप्लाई में कोई व्यवधान ना हो व निर्बाध रूप से सप्लाई सुनिश्चित की जाए । उन्होंने सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारियों से सड़क के पेचवर्क के कार्य जिनमें डीएलपी और नॉन डीएलपी शामिल है, उनको पूर्ण करने के निर्देश दिए।
जिला कलक्टर ने कृषि विभाग, सहकारिता विभाग व संबंधित विभागों के अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि वे खाद्य व बीजों की आवक व वितरण पर कड़ी निगरानी रखें तथा यह सुनिश्चित करें कि हर किसान को पर्याप्त मुल्य पर व सही मात्रा में युरिया प्राप्त हो। जिला कलक्टर ने निर्देशित किया कि युरिया बेचने वाले सभी निजी दुकानदारों पर निगरानी रखी जाए जिससे वह निर्धारित मुल्य से अधिक पर युरिया ना बेच पाए , उन्होंने निर्देश दिए की यदि कोई भी सहकारी या निजी दुकानदार तय मुल्य से अधिक पर युरिया या बीज बेचता पाया जाता है तो उस पर त्वरित तौर से सख्त कार्यवाही की जाए , साथ ही जिला कलक्टर ने किसानों से भी यह अपील की है कि यदि उनकी जानकारी में कहीं भी निर्धारित मूल्य से अधिक पर युरिया की बिक्री हो रही है, तो उसकी सूचना तुरन्त जिला प्रशासन को देवें, जिससे प्रशासन द्वारा उचित कार्यवाही की जा सकें।
इस बैठक में साईबर अपराधों के प्रति चल रहे जागरूकता अभियान के बारे में जानकारी दी गई, आने वाले महिनों में यह जागरूकता अभियान जिले के प्रत्येक कार्यालय, विद्यालयों, महाविद्यालय तथा गांवो में चलाया जायेगा। जिला कलक्टर ने सभी विभागों के अधिकारियों से सम्पर्क पोर्टल पर दर्ज शिकायते, जनसुनवाई व रात्रि चौपाल में प्राप्त प्रकरणों के जल्द निस्तारण के निर्देश दिए। बैठक में सभी विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।
----------------------
मुख्यमंत्री की पहल पर पशुपालन विभाग ने जारी किए निर्देश: गोवंश अब नहीं कहलायेंगे आवारा
प्रतापगढ़, 4 नवम्बर। राजस्थान सरकार के गोपालन विभाग ने स्वतंत्र रूप से विचरण करने वाले गोवंश को निराश्रित/बेसहारा गोवंश के रूप में संबोधित तथा संदर्भित करने के संबंध में पिछले हफ्ते गजट नोटिफिकेशन जारी किया है। यह शब्दावली गोवंश के प्रति सम्मान, संवेदनशीलता और करुणा प्रकट करती है।
इस संबंध में गोपालन विभाग ने प्रतापगढ़ सहित राज्य के सभी कलक्टर्स एवं जिला स्तरीय गोपालन समिति के अध्यक्ष को निर्देश जारी किए हैं। विभाग के शासन सचिव डॉ. समित शर्मा के निर्देशों के अनुसार कुछ गोवंश अनेक कारणों से निराश्रित या बेसहारा हो जाते हैं, जो सार्वजनिक स्थानों पर देखे जाते हैं। इन गोवंश के लिए आवारा शब्द का उपयोग अनुचित एवं अपमानजनक होने के साथ हमारे सांस्कृतिक मूल्यों के विपरीत है। ऐसे में स्वतंत्र रूप से विचरण करने वाले गोवंश को आवारा न कहकर निराश्रित/बेसहारा गोवंश के रूप में संदर्भित/संबोधित किया जाना वांछनीय है।
निर्दोषों के अनुसार अब से सभी राजकीय आदेश, दिशा-निर्देश, सूचना पत्र, परिपत्र, रिपोर्ट में आवारा शब्द के स्थान पर निराश्रित/बेसहारा गोवंश का प्रयोग किया जाएगा। साथ ही सभी राजकीय एवं अनुदानित संस्थाओं द्वारा गोवंश के लिए भी उक्त प्रकार की शब्दावली का प्रयोग किया जाएगा। इसके लिए आमजन तथा निजी संस्थाओं को भी प्रेरित किया जाएगा।