Pratapgarh प्रतापगढ़ । जिला कलेक्टर डॉ. अंजली राजोरिया ने बुधवार को मिनी सचिवालय परिसर में पीएम श्री योजना को लेकर बैठक ली। इस अवसर पर उन्होंने योजनान्तर्गत चयनित विद्यालयों में कार्य प्रगति, आवंटित धनराशि का उपयोग, गत वर्ष के परीक्षा परिणामों का विश्लेषण, और विद्यार्थियों के प्रदर्शन को सुधारने के उपायों पर चर्चा की। उन्होंने शैक्षिक और सह शैक्षिक स्थितियों में सुधार के लिए सभी प्रधानाचार्यों को निर्देश दिए और कहा आप सभी पर एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है।
शैक्षिक और सहशैक्षिक गतिविधियां सुनियोजित हो: जिला कलक्टर
जिला कलक्टर डॉ. राजोरिया ने विद्यार्थियों के परीक्षा परिणामों के तुलनात्मक विश्लेषण के माध्यम से शैक्षिक मानदंडों को सुधारने के लिए उन्हें नई पहचान देने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने शिक्षकों को स्मार्ट क्लास तकनीक के प्रभावी उपयोग, बच्चों की उपस्थिति सुनिश्चित करने, और पीटीएम में अभिभावकों की सहभागिता को बढ़ावा देने के लिए निर्देश दिए।
उन्होंने कहा की शैक्षिक और सहशैक्षिक गतिविधियां समृद्ध और सुनियोजित होनी चाहिए, ताकि हर विद्यार्थी को अच्छी शिक्षा का अवसर मिल सके। इस अवसर पर सभी संबंधित पक्षों से सुझाव भी आमंत्रित किए गए। बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक वसुमित्र सोनी, डीओआईटी प्रिंसिपल कृपानिधी त्रिवेदी, पीओ शालिनी व्यास, विकास भालोठिया एपीसी सहित अन्य अधिकारी
नव-निर्मित न्यायालय भवन का लोकार्पण समारोह 13 जुलाई को
प्रतापगढ़,10 जुलाई। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने बताया की प्रतापगढ़ जिला मुख्यालय पर नव-निर्मित न्यायालय भवन का लोकार्पण समारोह दिनांक 13 जुलाई 2024 शनिवार को आयोजित होना प्रस्तावित है। उन्होंने बताया की समारोह माननीय न्यायाधिपति एम.एम.श्रीवास्तव सा. मुख्य न्यायाधिपति, राजस्थान उच्च न्यायालय, जोधपुर एवं माननीय न्यायाधिपति एवं संरक्षक न्यायाधिपति महोदय विनीत कुमार माथुर सा. राजस्थान उच्च न्यायालय, जोधपुर एवं माननीय न्यायाधिपति श्री मुन्नूरी लक्ष्मण एवं माननीय न्यायाधिपति श्री फरजन्द अली सा. की गरिमामयी उपस्थिति में सम्पन्न होना प्रस्तावित है।
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सघन प्रशिक्षण कार्यक्रम सम्पन्न
प्रतापगढ़,10 जुलाई। कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग भारत सरकार, नई दिल्ली के सौजन्य से हचमा रीपा, उदयपुर के तत्वावधान में पुराना हॉस्पिटल किला रोड़ स्थित सभागार में तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।
कार्यक्रम की जानकारी देते हुए पाठ्यक्रम निदेशक अशोक भण्डारी ने बताया कि यह प्रशिक्षण प्रतापगढ़ जिले के चार विभागों क्रमशः पंचायती राज, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, महिला एवं बाल विकास एवं जनजाति क्षेत्रीय विकास विभागों के विभिन्न संवर्गों के 93 कार्मिकों ने प्रशिक्षण में भाग लिया जिनका मनोनयन जिला कलक्टर प्रतापगढ़ द्वारा किया गया। प्रतिभागियों को कार्यक्रम के दौरान प्रथम दिवस ई-फाईलिंग, ई-डाक, आईजीओटी-कर्मयोगी पोर्टल की जानकारी विषय विशेषज्ञ यशस्वी शर्मा द्वारा प्रदान की गई।
द्वितीय दिवस में रमेश मालवीय एवं प्रताप सिंह द्वारा साइबर अपराध एवं जागरूकता से संबंधी जानकारी दी गई। द्वितीय एवं तृतीय दिवस में भारत सरकार के मास्टर ट्रेनर प्रो. आर. के. चौबीसा द्वारा राज्य सरकार की संरचना, कार्यालय में उपस्थिति, पत्रावली संधारण संबंधी कार्य, कार्यालय टिप्पणी लेखन, सुशासन, नागरिक अधिकार पत्र, लोक सेवा अदायगी अधिनियम 2011 आदि विषयों से संबंधित जानकारी दी गई। अंतिम सत्र में पाठ्यक्रम निदेशक भंडारी द्वारा आरटीआई एक्ट-2005 की भी जानकारी प्रदान की गई।
प्रशिक्षण के अन्त में प्रशिक्षणार्थियों द्वारा इस प्रशिक्षण को ज्ञानवर्धक, उपयोगी बताया गया। साथ ही इस प्रशिक्षण का समय-समय पर पुनःश्चर्य के रूप में आयोजित करने हेतु बल दिया गया। अन्त में समूह फोटोग्राफ एवं सर्टिफिकेट वितरण के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया।
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‘सघन वन’ एवं ‘एक पेड़ माँ के नाम’ कार्यक्रम का क्रियान्वय
प्रतापगढ़, 10 जुलाई। नोडल प्राचार्य बी.एल. मीणा एवं कार्यवाहक प्राचार्य वीरेन्द्र चंदेला ने बताया कि बांसवाड़ा रोड स्थित राजकीय कन्या महाविद्यालय प्रतापगढ़ में राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई अन्तर्गत कार्यक्रम अधिकारी ममता कुंवर राठौड़ एवं सहायक आचार्य अंजू मील के निर्देशन में बुधवार को ‘सघन वन’ एवं ‘एक पेड़ माँ के नाम’ कार्यक्रम का क्रियान्वय किया गया।
केंद्र सरकार, राज्य सरकार एवं कॉलेज शिक्षा आयुक्तालय के निर्देशानुसार एक पेड़ माँ के नाम अभियान के तहत् शैक्षणिक एवं अशैक्षणिक कर्मचारियों, स्वयं सेविकाओं एवं अन्य छात्राओं द्वारा पर्यावरण संरक्षण और मातृत्व के सम्मान को बढ़ावा देने के उद्देश्य से महाविद्यालय परिसर में विभिन्न प्रजातियों के पौधों का रोपण किया गया जो सतत् रूप से चलता रहेगा।
महाविद्यालय परिवार के सहायक आचार्य संजीवन, सहायक आचार्य हेमराज़ यादव, प्रयोगशाला सहायक विकास मीणा एवं सभी संकाय सदस्यों ने पौधरोपण किया। स्वयंसेविकाओं ने श्रमदान कर महाविद्यालय परिसर की सफ़ाई की तथा स्वच्छता का संदेश दिया। नोडल प्राचार्य ने सभी स्वयं सेविकाओं और छात्राओं को पौधों के रख रखाव और सिंचाई हेतु संकल्प दिलाया।
सेस वसूली के लिये भवन मालिकों को दिये जा रहे हैं नोटिस
प्रतापगढ़, 10 जुलाई। साल 2009 के बाद बने व नये निर्माण वाले भवनों पर श्रम विभाग द्वारा एक प्रतिशत लेबर सेस की वसूली कर रहा है। इसके लिये जिले में सर्वे कर भवन मालिको को नोटिस जारी किये जा रहे हैं तथा श्रम विभाग कार्यालय में लागत का एक प्रतिशत की राशि चालान द्वारा जमा की जा रही है।
श्रम कल्याण अधिकारी कुलदीप सिंह शक्तावत ने बताया कि भवन मालिकों को नोटिस जारी कर सैस जमा करवाये जाने की समय सीमा भी तय की गई है। तय अवधि में सैस की राशि जमा नहीं करवाये जाने की स्थिति में 2 प्रतिशत ब्याज प्रति महिने की दर से देना पड सकता है। आवासीय निर्माण में दस लाख से अधिक निर्माण कार्य की लागत पर व व्यवसायिक निर्माण पर लागत का 1 प्रतिशत उपकर राशि जमा करवाये जाने का प्रावधान है। उन्होंने बताया कि आवासीय निर्माण में दस लाख तक की लागत वाले सम्बन्धित व्यक्ति द्वारा कार्यालय में संपर्क कर अपना पक्ष रख सकता है। भवन मालिक की ओर से प्रस्तुत साक्ष्य के आधार पर ही सैस सम्बन्धित अन्तिम निर्णय लिया जायेगा।
श्रम कल्याण अधिकारी ने बताया कि मकान की लागत कवर्ड ऐरिया के आधार पर निर्धारित दर द्वारा तय की जाती है। सरकार द्वारा नगर परिषद या नगर पालिका से भवन निर्माण स्वीकृति के समय सैस जमा करवाने की बाध्यता लागु कर रखी है। इसलिये नगर परिषद द्वारा भी सैस वसूली की जा रही है।
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