राजस्थान | पांच दिन पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से पुलिस को फ्री हैंड देने वाले बयान ने पुलिस का हौसला बढ़ाया है।
उदयपुर पुलिस के लिए भी यह बयान अहम है, क्योंकि यहां भी दबिश के दौरान बदमाशों की फायरिंग जैसी घटनाएं होती रही हैं। पिछले 7 माह में पुलिस पर फायरिंग के चार मामले हो चुके हैं। बीते शुक्रवार को कानून-व्यवस्था की समीक्षा करते हुए सीएम गहलोत ने अपराधियों को चेताते हुए कहा था कि वे अपराध छोड़ें या राजस्थान।
पुलिस अफसरों से भी कहा था कि कोई बदमाश गोली चलाता है तो आपको भी गोली चलाने की पूरी छूट है। कानून-व्यवस्था सुचारू रखने और पीड़ितों को न्याय दिलवाने की जिम्मेदारी पुलिस पर है।
अब विभाग के जानकारों का कहना है कि फ्री हैंड मिला है। फिर भी पुलिस अब अपनी मर्यादा और अनुशासन के साथ बदमाशों से मुकाबला करेगी। ताकि बदमाश-मुल्जिमों में खौफ के साथ बेगुनाहों और मासूम आमजन में खाकी के प्रति विश्वास बना रहे।सीएम के बयान के बाद उदयपुर पुलिस का भी मनोबल बढ़ा है। पुलिस खुद कबूलती रही है कि डोडा-चूरा बरामदगी के कई मामलों में तस्कर जाब्ते पर फायरिंग कर फरार हो गए।