व्यापारी को धमकी भरा पत्र और डमी बम भेजने वालों को पुलिस ने पकड़ा, महिला समेत 2 गिरफ्तार...10 लाख की मांगी थी फिरौती
राजधानी के जवाहर नगर थाना (Jawahar Nagar) इलाके में एक व्यापारी को धमकी भरा पत्र (Threat Letter) और डमी बम (Dummy Bomb) भेजकर 10 लाख रुपए की फिरौती मांगने वाले गिरोह (Ransom Demanding Gang) का पुलिस ने खुलासा किया है.
जनता से रिश्ता। राजधानी के जवाहर नगर थाना (Jawahar Nagar) इलाके में एक व्यापारी को धमकी भरा पत्र (Threat Letter) और डमी बम (Dummy Bomb) भेजकर 10 लाख रुपए की फिरौती मांगने वाले गिरोह (Ransom Demanding Gang) का पुलिस ने खुलासा किया है. पुलिस ने इस पूरे प्रकरण में कार्रवाई करते हुए एक महिला सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया.
पुलिस की गिरफ्त में आए आरोपी पीड़ित व्यापारी के शोरूम पर काम किया करते हैं. जिनका चरित्र संदिग्ध होने के चलते पुलिस ने दोनों को हिरासत में लेकर जब पूछताछ की तो वारदात का खुलासा हुआ. जिस पर पुलिस ने अनीस अहमद और उसकी महिला मित्र सुवालिया को गिरफ्तार कर लिया. आरोपियों ने डमी बम बनाने का सामान कहां से लिया और किस तरह से डमी बम बनाया इसके बारे में पूछताछ की जा रही है.
डीसीपी ईस्ट प्रह्लाद सिंह ने बताया कि पंचवटी सर्किल स्थित मायरा शोरूम के मालिक विभु गुप्ता (Vibhu Gupta) को धमकी भरा पत्र और डमी बम (Dummy Bomb) भेजने के आरोप में अनीस अहमद और उसकी महिला मित्र सुहालिया को गिरफ्तार किया गया है. अनीस अहमद पीड़ित के शोरूम पर काम किया करता है और पीड़ित की आर्थिक स्थिति से काफी अच्छी तरह से परिचित है. आरोपी अनीस अहमद और उसकी महिला मित्र सुहालिया पर कर्जा होने की वजह से रुपयों की आवश्यकता होने पर दोनों ने मिलकर पीड़ित व्यापारी को धमकाने और 10 लाख रुपए की फिरौती मांगने की प्लानिंग की.
इलेक्ट्रिक काम की जानकारी के चलते बनाया डमी बम
अनीस अहमद को इलेक्ट्रिक काम की जानकारी है. जिसके चलते उसने छोटी बैटरी, टाइमर घड़ी, बिजली के तार और अन्य उपकरणों से डमी टाइमर बम तैयार किया. जिसको केक के डिब्बे में रखकर धमकी भरे पत्र के साथ पीड़ित व्यापारी तक पहुंचाया और 10 लाख रुपए की रंगदारी मांगी. साथ ही रंगदारी नहीं देने पर पीड़ित व्यापारी और उसके पूरे परिवार को बम से उड़ाने की धमकी दी गई.
डमी बम को इतनी बारीकी से बनाया गया था कि पुलिस भी उसे एक बार देखकर चकरा गई और बम को निष्क्रिय करने के लिए बम निरोधक दस्ते को बुलाना पड़ा. डमी बम में कील, छर्रे और अन्य सामान भी आरोपी अनीस अहमद ने रख रखा था, जिसके चलते वह हुबहू असली बम प्रतीत हो रहा था. हालांकि बम में किसी भी तरह का कोई विस्फोटक मौजूद नहीं था जिसके चलते बम निरोधक दस्ते ने उसके डमी बम होने की पुष्टि की.
खुद को बचाने के लिए शहर छोड़कर भागे लेकिन पुलिस ने दबोचा
आरोपियों ने जब डमी बम और धमकी भरा पत्र पीड़ित व्यापारी को भेजा और पीड़ित व्यापारी ने केक के डब्बे में भेजा डमी बम लेने से इनकार करते हुए वापस डिब्बा ई-रिक्शा चालक को लौटा दिया. साथ ही पूरा मामला जब पुलिस तक पहुंचा तो इसकी जानकारी आरोपियों को भी लग गई. जिसके बाद पुलिस की गिरफ्त से बचने के लिए दोनों आरोपी शहर छोड़ कर फरार हो गए. पुलिस भी जब इस पूरे प्रकरण की जांच कर रही थी तो शक की सुई अनीस अहमद और उसकी महिला मित्र सुहालिया पर ही बार-बार जाकर अटक रही थी.
जब पुलिस ने दोनों आरोपियों की लोकेशन को ट्रेस आउट किया तो वह जयपुर शहर से 100 किलोमीटर दूर की मिली. ऐसे में पुलिस का शक दोनों पर और भी गहरा गया और तुरंत ही सब इंस्पेक्टर ताराचंद के नेतृत्व में एक टीम आरोपियों को दबोच ने के लिए भेजी गई. टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर. फिलहाल प्रकरण को लेकर दोनों आरोपियों से पूछताछ जारी है जिसमें कुछ अन्य खुलासे होने की भी संभावना है.