कोटा। कोटा उद्योगनगर इलाके में थेगड़ा रोड पर व्यापारी विकास जैन के साथ 5.83 लाख की लूट की वारदात करने वाले 3, आराेपियाें काे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उनके कब्जे से लूट में इस्तेमाल एक बाइक तथा रकम बरामद की है। वहीं, एक दिन पहले पुलिस ने दो बाल अपचारियों को डिटेन कर बाल सम्प्रेषण गृह भिजवाया। वारदात की साजिश व्यापारी के पूर्व कर्मचारी ने रची थी। इसमंे उसने वर्तमान में कार्यरत कर्मचारी काे भी अपने साथ मिलाया।
एसपी शरद चाैधरी ने बताया कि 10 अप्रैल को कुरकुरे व्यापारी विकास जैन ऑफिस सरस्वती एनक्लेव से बैग में 5.83 लाख रुपए और चैक लेकर बाइक से बैंक में जमा कराने जा रहा था। रायपुरा रोड पर बाइक सवार 5-6 बदमाशााें ने हथियारों की नोक पर उससे बैग छीन लिया। एएसपी प्रवीण जैन के सुपरविजन में डीएसपी संजय सिंह, अमर सिंह, हर्षराज सिंह सीआई देवेश भारद्वाज, मनाेज सिकरवार सहित कई टीमें इसमंे जुटी। पुलिस ने 6 घंटे के भीतर वारदात का खुलासा कर 2 बाल आपचारियाें काे डिटेन किया था। उनके कब्जे से वारदात में प्रयुक्त एक चाकू, एक पाइप, बाइक व लूट की रकम बरामद की है।
टीम ने अब मुख्य आराेपी शिव सागर निवासी पवन कहार, बजरंग नगर कच्ची बस्ती निवासी कृष्णा मेहरा व जयश्री विहार निवासी जितेन्द्र सुमन को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से घटना में प्रयुक्त एक बाइक तथा लूट की रकम बरामद की है। पूछताछ में यह सामने आया कि वारदात का मुख्य सूत्रधार व्यापारी का पूर्व कर्मचारी पवन कहार था। उसने वर्तमान में कार्यरत कर्मचारी जितेन्द्र सुमन काे भी साथ मिलाया। इन्होंने अन्य लाेगाें काे भी साथ मिलाकर चार पांच दिन तक पूरी निगरानी रखी थी। उसके बाद वारदात काे अंजाम दिया। पवन पहले शराब का अवैध काराेबार करता था। घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है और घर में शादी समाराेह भी हाेने वाला था। इसलिए उसने व्यापारी के कंप्यूटर ऑपरेटर जितेंद्र काे अपने साथ मिलाया। जितेंद्र उसे हर जानकारी दे रहा था। वारदात के दिन पवन अपने साथियाें काे पूरी लाेकेशन बता रहा था। आराेपियाे की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है।
सीआई मनाेज सिकरवार ने बताया कि अरोपी जितेंद्र वारदात के दिन भी ड्यूटी पर था। वारदात के बाद जब पुलिस माैके पर पहुंची ताे जरा भी घबराया नहीं। इससे पुलिस काे भी शक नहीं हुआ। जब सभी पूर्व, वर्तमान कर्मचारियाें की लिस्ट मांगी ताे उसने ही कंम्यूटर से निकाल कर दी। उसे लग रहा था कि पुलिस उस तक नहीं पहुंचेगी। दाेनाें आरोपियों के पकड़ने के बाद भी वह भागा नहीं। मंगलवार काे भी ड्यूटी आया। पुलिस ने पवन काे पकड़ा ताे जितेंद्र का राज खुला और पुलिस ने उसे जाकर गिरफ्तार किया।