सिटी क्राइम न्यूज़: राजस्थान की बड़ी खबर में आपको बता दें कि अजमेर में भड़काउ बयानबाजी के मुख्य आरोपी गौहर चिश्ती पर पुलिस का शिकंजा अब बढ़ता जा रहा है। पुलिस ने गौहर चिश्ती को राजस्थान से हैदराबाद तक मदद करने वालों की एक लंबी लिस्ट बनाई है। जिसके चलते पुलिस उसके मददगारों को गिरफ्तार करने में जुट गई है। साथ ही पुलिस गौहर के बैंक खातों में पैसे के ट्रांजेक्शन का लेकर पर जांच कर रहीं है। पुलिस गिरफ्त में आरोपी गौरि चिश्ती ने कई राज खोले है। गौहर चिश्ती के निशानदेह के आधार पर गौहर को हैदराबाद भेजने में मदद करने वाले नासिर को पुलिस ने जयपुर से गिरफ्तार किया है।
गौहर के साथ जयपुर से हैदराबाद जाने वाला शख्स नासिर खान था। नासिर न केवल गौहर को हैदराबाद लेकर गया बल्कि उसके मोबाइल फोन का भी इस्तेमाल किया। हालांकि गौहर को हैदराबाद छोड़ने के बाद वह गुजरात महसाना के रास्ते अजमेर लौट आया। गौहर से पूछताछ में पुलिस को मददगार के तौर पर नासिर का नाम बताया। जिसके बाद आरोपी नासिर को जयपुर से गिरफ्तार कर अजमेर की किश्चियनगंज थाना पुलिस पूछाताछ कर रही है। इसके अलावा इस्लाम नामक युवक को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। गौहर चिश्ती की दुकान पर लम्बे समय से काम कर रहा है। इस्लाम ने ही हैदराबाद भागने से पहले गौहर को दूसरा सिमकार्ड मुहैया करवाया था। इसी तरह अभी कई ऐसे नाम शामिल है जो कहीं न कहीं प्रत्यक्ष व परोक्ष तरीके से गौहर चिश्ती से फरारी के दौरान सम्पर्क में रहे। पुलिस उनसे पूछताछ में जुटी है। सूत्रों के मुताबिक पुलिस अब तक 8-10 लोगों से पूछताछ कर चुकी है।
बता दें कि इस प्रकरण में पुलिस ने गौहर चिश्ती को हैदराबाद में अपने घर में रखने वाले मुनव्वर उर्फ अहसान उल्ला को पनाह देने के जुर्म में गिरफ्तार किया था। हालांकि उसे भी कुछ घंटे बाद रिहा कर दिया गया लेकिन पुलिस उसको अपने अनुसंधान का हिस्सा बनाए रखा। इसके बाद गौहर की फरारी में अजमेर, जयपुर के सम्पर्क सूत्रों को पुलिस ने खंगालना शुरू किया तो लम्बी सूची तैयार हो गई। पुलिस ने उनको पूछताछ के लिए थाने बुलाया लेकिन उनकी लिप्तता उजागर होने के बाद भी छोड़ दिया गया। इस पर अजमेर एसपी चूनारराम जाट ने कहा है कि प्रकरण में फिलहाल अनुसंधान किया जा रहा है। किसी की लिप्तता पर कुछ नहीं कह सकते हैं।