प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राजस्थान आने की खबर से कार्यकर्ताओं में जोश की लहर उमड़ पड़ी है। हालांकि, प्रधानमंत्री कार्यालय ने अभी कोई कार्यक्रम जारी नहीं किया है। लेकिन बीजेपी सूत्रों के अनुसार अगस्त में प्रधानमंत्री मोदी के तीन दौरे प्रस्तावित हैं। पीएम के जोधपुर दौरे को लेकर कार्यकर्ताओं में जबरदस्त उत्साह है। कारण है कि जोधपुर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का गृह जिला है।
बता दें कि साल 2018 के चुनाव में बीजेपी को 13 और कांग्रेस को 16 सीट मिली थी। जोधपुर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का सबसे प्रभावी क्षेत्र माना जाता है, परंतु साल 2019 के लोकसभा चुनाव में जब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत और प्रधानमंत्री मोदी की तरफ से गजेंद्र सिंह शेखावत चुनाव में उतरे थे और जीत मोदी की हुई थी। जानकर बता रहे हैं कि मोदी के जोधपुर सभा को लेकर जोधपुर में खासा उत्साह है। सबको इंतजार है कि मोदी कैसे मुख्यमंत्री गहलोत की योजनाओं को पीछे छोड़ते हैं।
यहां भी आ सकते हैं पीएम मोदी
नागौर का कार्यक्रम एक बार पहले भी बना था, फिर किसी कारण से उस कार्यक्रम को सीकर में शिफ्ट कर दिया गया था। इसको लेकर नागौर के लोगों में एक निराशा का माहौल बना था, जिसको देखते हुए प्रधानमंत्री मोदी का नागौर आने का कार्यक्रम बन रहा है। नागौर जिला अजमेर संभाग का हिस्सा है और जाट बाहुल्य है। इस जिले में बीजेपी के सामने कांग्रेस के अलावा हनुमान बेनीवाल की राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी भी एक चुनौती है। साल 2018 में पूरे संभाग की 29 सीटों में से बीजेपी को 13 और कांग्रेस को भी 13 सीट मिली थी। जबकि मेड़ता सिटी और खींवसर सीट राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी को मिली थी।
हालांकि, लोकसभा चुनाव में हनुमान बेनीवाल और बीजेपी का गठबंधन हुआ था। जो किसान आंदोलन के समय बेनीवाल ने तोड़ दिया था। प्रधानमंत्री के नागौर दौरे से उम्मीद लगाई जा रही है कि बीजेपी और हनुमान बेनीवाल का गठबंधन फिर से एक्टिव हो सकता है, जिसका पूरा फायदा बीजेपी को मिल सकता है। राजस्थान में जाट वोटर बीजेपी के साथ नहीं है, जिसके कारण कांग्रेस को जाटों के वोट का फायदा मिल रहा है। प्रधानमंत्री का नागौर दौरा बीजेपी के लिए जाट वोट साधने में बहुत फायदेमंद साबित हो सकता है।
प्रधानमंत्री मोदी का तीसरा दौरा करौली मैं प्रस्तावित
जिले की एक सीट (करौली) सामान्य वर्ग के लिए है। जबकि एक सीट (हिंडौन) अनुसूचित जाति (SC) के लिए आरक्षित है। वहीं, दो सीट (टोडाभीम और सपोटरा) अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षति है। जिले में करीब छह फीसदी मुस्लिम आबादी है। प्रधानमंत्री का करौली दौरा पूरे संभाग पर असर डालेगा।