राखी बंधवा को मिठाई खिलाकर राष्ट्र धर्म की रक्षा का संकल्प लिया

Update: 2023-08-31 05:02 GMT

अलवर: शहर में बुधवार को राखी का पर्व मनाया गया। मुहूर्तानुसार बहनों ने भाइयों के तिलक लगाकर राखी बांध मिठाई खिलाई और लंबी आयु की कामना की। भाइयों ने भी बहनों को उपहार दिए। महंतों और पुजारियों ने मंदिरों में देव प्रतिमाओं के राखी बांधी।

पुरोहितों ने भी यजमानों के रक्षा सूत्र बांध दीर्घायु की कामना की। मिठाई की दुकानों पर ग्राहकों की भीड़ रही। सुबह 10.59 से पूर्णिमा तिथि प्रारंभ होने के साथ रात 9.02 बजे तक मृत्यु लोक भद्रा थी। इसके बाद बहनों ने भाइयों की कलाई पर राखी बांधी। राखी बांधने का क्रम रात 11.30 बजे तक चला। अगले दिन 31 अगस्त को सुबह 7.06 बजे तक पूर्णिमा तिथि होने के कारण कई लोग इस दिन रक्षा बंधन का पर्व मनाएंगे।

पेड़ और पौधों के राखी बांध बनाया रक्षा बंधन पर्व: सहयोग सेवा संस्थान की ओर से स्कीम नंबर पांच स्थित पार्क में पेड़-पौधों के राखी बांध रक्षाबंधन का पर्व मनाया गया। संस्थान की पदाधिकारी और सदस्यों का कहना था कि पेड़ और पौधों को राखी बांध हमने संदेश दिया कि पेड़ काटे नहीं बल्कि पौधे लगाए। पेड़ हमें प्राण वायु ऑक्सीजन देते हैं। इसके बावजूद काफी लोग पेड़ों को काटते हैं। जो लोग पेड़ काटते नजर आए उन्हें रोके और पेड़ों को कटने से बचाएं। इस दौरान शीला गुप्ता, दीप्ति जसोरिया, सुरूचि सोनी, संध्या सहित अन्य महिलाएं उपस्थित रही।

गायों के राखी बांध किया तिलक: युवा ब्राह्मण सभा महिला संगठन ने स्टेशन रोड स्थित सार्वजनिक गौशाला में गायों के सींगों के राखी बांध और तिलक कर रक्षा बंधन का पर्व मनाया गया। संगठन से जुड़ी महिलाओं का कहना था कि ग्रंथों के अनुसार गायों में देवताओं का वास होता है।

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