Plantation क्यूआर कोड से मिल रही है पौधों की उपलब्धता की जानकारी

Update: 2024-07-08 11:28 GMT
Sri Ganganagar श्रीगंगानगर । माननीय प्रधानमंत्री महोदय के ‘‘एक पेड़ मॉं के नाम‘‘ और प्रकृति के संरक्षण-संवर्द्धन के लिये संकल्पबद्ध माननीय मुख्यमंत्री महोदय श्री भजनलाल शर्मा की मंशा के अनुसार क्षेत्र में ‘‘हरियालो गंगानगर‘‘ की संकल्पना साकार होगी। इसके तहत मानसून की शुरूआत से जिले में वन विभाग की टीओएफआर (ट्री आउटसाइड फोरेस्ट इन राजस्थान) योजना के मद्देनजर आमजन में पौधे वितरित किये जा रहे हैं। राज्य सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना के तहत वर्ष 2024-25 में गंगानगर एवं अनूपगढ़ जिले में वन विभाग की 21 नर्सरियों में साढ़े नौ लाख
पौधे वितरित किये जा रहे हैं।
आमजन के सहयोग से वृक्षारोपण अभियान को सफल बनाने के लिये जिले की 21 नर्सरियों में साढे़ नौ लाख पौधे तैयार किये गये, जिनका वितरण जारी है। विभिन्न विभागों को भी इसके तहत पौधे दिये जा रहे हैं। पंचायतीराज विभाग, शिक्षा विभाग, नगरपरिषद और नगरपालिकाओं द्वारा वृहद स्तर पर पौधारोपण किया जायेगा। इसके लिये संबंधित ग्राम पंचायत, नगरपरिषद, नगरपालिका क्षेत्रों में वन विभाग की नर्सरियों से पौधे दिये जा रहे हैं। क्षेत्रीय वन अधिकारियों द्वारा भी संबंधित विभागों से संपर्क कर पौधारोपण की तकनीकी जानकारी दी जा रही है ताकि न केवल सही तरीके से पौधारोपण हो सके बल्कि उनकी सार संभाल सुनिश्चित हो सके।
सार संभाल के लिये वन विभाग के वन मंडल के क्षेत्राधिकार में प्रत्येक हॉस्पिटल, कॉलेज, स्कूल, निजी संस्थाओं एवं स्वायत्तशासी संस्थाओं का भी सहयोग लिया जा रहा है। संबंधित कार्मिकों द्वारा ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में नुकक्ड़ पर स्टॉल लगाकर इस योजना के अंतर्गत तैयार किये गये पौधों के प्राथमिक उपयोग, उनके महत्व, गुण तथा पौधे लगाते समय रखी जाने वाली सावधानियों के बारे में भी आमजन को जागरूक किया जा रहा है। टीओएफआर योजना के अंतर्गत वन विभाग द्वारा देशी बबूल, खेजड़ी, नीम, अमलताश, जामुन, केशिया शामा, सहजना, बेर, गूलर, आंवला, पीपल, कुमठा, शीशम, अंजीर, बेलपत्र, गुलमोहर, अर्जुन, बकायन, रोहिड़ा, शहतूत, हार श्रृंगार, गुलाब, गुड़हल, चांदनी, बोगनबेलिया, मोगरा, अंगूर, इनरमी, लटाना, सेजफलावर, अमरूद, नींबू, कचनार, पपीता, नीलकंठ, कनेर के पौधे वितरित किये जा रहे हैं।
इसी अभियान के तहत बीती 5 जुलाई 2024 को जिला मुख्यालय स्थित नगरपरिषद कार्यालय के बाहर जिला कलक्टर श्री लोकबंधु और नगरपरिषद सभापति श्रीमती गगनदीप कौर पाण्डे द्वारा छबील लगाकर आमजन में पौधे वितरित किये गये। पौध वितरण के समय जिला कलक्टर ने कहा कि जो पौधे वितरित किये जा रहे हैं, उनकी अच्छी तरह से देखभाल की जाये। बड़े होने तक अगर इन पौधों की सार-सभाल होगी तो इनसे न केवल पर्यावरण का संरक्षण होगा बल्कि हरियाली भी बढ़ेगी। उन्होंने मानसून सत्र के दौरान प्रत्येक व्यक्ति और परिवार से पौधारोपण करने का आह्वान करते हुए कहा कि केन्द्र और राज्य सरकार की ओर से भी अधिकाधिक वृक्षारोपण के लिये अभियान संचालित किये जा रहे हैं। इसलिये हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है कि आम नागरिक भी इस अभियान में बढ़-चढ़ कर भाग लें और ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाते हुए उनकी देखभाल करने का संकल्प लें।
वितरण के दौरान आमजन को कनेर, अमलताश, नीम, गुलाब, जामुन, अमरूद के पौधे दिये गये। नगरपरिषद के पार्षदों की मांग के अनुसार उनके सहयोग से समस्त वार्डों में भी पौधे वितरित किये गये। इसके अलावा नगरपरिषद की ओर से जिला मुख्यालय स्थित एसटीपी, मल्टी पर्पज स्कूल, महाराजा गंगासिंह स्टेडियम, डॉ. भीमराव अम्बेडकर महाविद्यालय आदि स्थानों पर मियावाकी पद्धति पर आधारित सघन वन क्षेत्र भी विकसित किये जायेंगे।
उपवन संरक्षक श्री दिलीप सिंह राठौड़ के अनुसार टीओएफआर योजना के तहत आमजन वन विभाग की नर्सरियों से निर्धारित शुल्क देकर पौधे प्राप्त कर सकते हैं। गंगानगर जिला मुख्यालय पर सर्किट हाउस, साहूवाला, चूनावढ़, सादुलशहर, कमीनपुरा, बिरधवाल, 10 आरडी, आईजीएनपी 390 आरडी, संगीता, अनूपगढ़ जिले के समेजा, बाजूवाला, घमूड़वाली, 14 बीएलडी, जैतसर, 5के, बाण्डा, 3 एसटीआर, 237 आरडी, रावला, देसली, 365 आरडी स्थित नर्सरी से पौधे प्राप्त किये जा सकते हैं। आमजन को नर्सरी में पौधों की उपलब्धता की जानकारी देने हेतु क्यूआर कोड भी लगाये गये है। पौधे लेने के लिये नर्सरी में आने वाले व्यक्ति क्यूआर कोड स्कैन कर ऑनलाईन पौधे की प्रजाति, उंचाई और पौधों के स्टॉक की जानकारी देख सकते हैं। इसके अलावा सभी नर्सरियों में पौधों की निर्धारित रेट लिस्ट भी लगाई गई है।
उन्होंने बताया कि इच्छुक व्यक्ति वन विभाग की पौधशालाओं से पौधे निर्धारित दरों पर प्राप्त कर सकता है। इसके अलावा पौध खरीद के लिये वन विभाग के पोर्टल एफएमडीएसएस पर भी बुकिंग करवाई जा सकती है। बुकिंग के दौरान ऑनलाईन भुगतान की व्यवस्था की गई है। साथ ही उक्त पोर्टल पर नजदीकी नर्सरियों में किन-किन प्रजाति के कितने पौधे उपलब्ध हैं, की जानकारी भी प्राप्त की जा सकती है। प्रत्येक पौधशाला का क्यूआर कोड जनरेट किया गया है, जिससे कोई भी व्यक्ति अपने मोबाईल से स्केन कर पौधशालाओं में उपलब्ध पौधों की जानकारी प्राप्त कर सकता है।
राज्य सरकार के निर्देशानुसार जिले में पौधारोपण जारी है और आमजन द्वारा विभिन्न नर्सरियों से पौधे प्राप्त किये जा रहे हैं। इसी संदर्भ में पिछले दिनों सादुलशहर पंचायत समिति में आयोजित बैठक में संभागीय आयुक्त श्रीमती वंदना सिंघवी ने मानसून के दौरान वृक्षारोपण अभियान की सफलता के लिये समस्त कार्मिकों के साथ-साथ आमजन से भी पौधारोपण का आह्वान करते हुए कहा कि प्रत्येक व्यक्ति एक पौधा अवश्य लगाये और उसकी देखभाल भी करें। ‘मेरा गमला मेरा अभियान‘ के तहत प्रत्येक कर्मचारी गमले पर अपना नाम लिखे और पौधे की देखभाल की जिम्मेदारी लें। इसी तरह विद्यालयों में प्रत्येक विद्यार्थी को एक-एक पौधा देकर उनकी देखभाल की जिम्मेदारी दी जाये।
राजस्थान को हरित प्रदेश बनाने के उद्देश्य से वन विभाग द्वारा आयोजित महाअभियान ‘‘एक पेड़ मॉं के नाम‘‘ आरम्भ किया गया है। आमजन इसके अंतर्गत वितरित किये गये पौधे को लगाकर अपनी सेल्फी लें और forestphotodata@gmail.com पर मेल करें या इंस्टाग्राम, फेसबुक एवं ट्विटर पर राजस्थान फोरेस्ट डिपार्टमेंट को टैग करे। विभाग द्वारा चुनी गई श्रेष्ठ 10 तस्वीरों को अवार्ड दिया जायेगा। (फोटो सीएम)
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