‘‘मेरी माटी, मेरा देश’’ कार्यक्रम में स्थानीय एवं देशज पौधे ही लगाए -अतिरिक्त मुख्य सचिव, ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज
ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री अभय कुमार ने सभी जिला परिषदों के मुख्य कार्यकारी एवं सम्बद्ध अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि प्रदेश में आजादी का अमृत महोत्सव के अन्तर्गत आयोजित होने वाले ‘‘मेरी माटी, मेरा देश’’ कार्यक्रम में बनाई जाने वाली अमृत वाटिका में देशज प्रकार के ही 75 या अधिक पौधों को लगाया जाए जो इस आबोहवा में पनपकर वृक्ष बन सकें।
श्री अभय कुमार 9 से 15 अगस्त तक आयोजित किए जाने वाले ‘‘मेरी माटी, मेरा देश’’ कार्यक्रम की तैयारियों के सम्बन्ध में गुरूवार को पंचायती राज सभागार में वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से बैठक ले रहे थे। उन्होंने बताया कि आजादी का अमृत महोत्सव के समापन पर आयोजित किए जा रहे इस कार्यक्रम में हर ग्राम से माटी का कलश ग्राम पंचायत तक एवं ग्राम पंचायतों से माटी का कलश ब्लॉक स्तर तक लाया जाएगा हर स्तर पर निर्धारित विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। ब्लॉक से नेहरू युवा केन्द्र के स्वयंसेवकों द्वारा यह माटी कलश ब्लॉक से देश की राजधानी तक लाया जाएगा जहां राष्ट्रीय स्तर का समारोह होगा। हर ग्राम में अमृत वाटिका में 75 पौधे रोपे जाएंगे जो स्थानीय आबोहवा के अनुरूप हों।
गांव, ब्लॉक, स्थानीय निकायों के स्तर पर अमृत सरोवर के पास, वाटर बॉडी, पंचायत बिल्डिंग, स्कूल के पास स्थानीय वीरों को श्रद्धान्जली देने के लिए एक समर्पित श्रद्धान्जली स्थल शैलपलक्कम बनाया जाएगा। इसी स्थल पर 15 अगस्त को स्वतंत्रता सैनानियों एवं उनके परिवारों, शहीदों का सम्मान, ध्वजारोहण, राष्ट्रगान जैसे कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे एवं पांच प्रण लिए जाएंगे। शहरी निकायों में भी इसी प्रकार के आयोजन होंगे।
पंचायती राज विभाग के शासन सचिव श्री रवि जैन ने निर्देशित किया कि श्रद्धान्जली स्थल शैलपलक्कम के निर्माण सहित सभी आयोजन कार्यक्रम की भावना के अनुरूप किए जाने चाहिए। बैठक में निदेशक वाटरशेड श्रीमती रश्मि गुप्ता, पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास, वन विभाग, उद्यान विभाग, जलदाय विभाग, जल संसाधन विभाग, स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण, यूडीएच, भूजल विभाग के अधिकारी एवं नेहरू युवा केन्द्र जयपुर के प्रतिनिधि भी शामिल हुए।