बीकानेर। बीकानेर यश ओझा की हत्या के बाद आक्रोशित परिजनों ने अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए पीबीएम अस्पताल में मुर्दाघर के आगे धरना दिया और शव लेने से इंकार कर दिया। यश की हत्या के बाद शुक्रवार को सुबह उसके परिजन और जान-पहचान के लोग पीबीएम अस्पताल में मुर्दाघर के आगे इकट्ठा हो गए और धरने पर बैठ गए। इन लोगों ने शव लेने और पोस्टमार्टम कराने से इंकार कर दिया। पुलिस, आरएसी के जवान भी पहुंच गए। इस दौरान धरने पर बैठे आक्रोशित लोगों ने नारेबाजी भी की। एडीएम सिटी हरिसिंह मीना, एएसपी सिटी दीपक कुमार शर्मा, सीओ सदर शालिनी बजाज, जेएनवीसी एसएचओ लक्ष्मणसिंह राठौड़ मौके पर पहुंचे और यश के परिजनों से वार्ता की।
धरने की अगुवाई कर रहे भंवर पुरोहित, शहर यूथ कांग्रेस अध्यक्ष प्रदीप शर्मा, भोजराज व अन्य नेता और प्रशासन व पुलिस अधिकारियों में वार्ता हुई। इस दौरान परिजनों की ओर से 24 घंटे में अभियुक्तों की गिरफ्तारी, परिवार के सदस्य को नौकरी और 50 लाख रुपए मुआवजे की मांग की गई। अधिकारियों ने अभियुक्तों की गिरफ्तारी और नौकरी व मुआवजा का प्रस्ताव सरकार को भेजने का आश्वासन दिया। उसके बाद सहमति बनी और शव का पोस्टमार्टम कराया गया।