पेट्रोल-डीजल की किल्लत, राजस्थान के इस जिलें में 57 पंप बंद, राज्य में 80 फीसदी निजी पंप हुए बंद

Update: 2022-06-15 11:14 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। सीकर (sikar). राजस्थान में पेट्रोल व डीजल का संकट पेट्रोल पंप संचालकों के साथ आमजन के लिए बड़ी परेशानी का सबब बन रही है। पेट्रोल व डीजल की किल्लत होने पर जहां पेट्रोल पंपों को बंद करना पड़ रहा है। वहीं, जिन पंपों पर पेट्रोल- डीजल बचा है वहां लंबी कतारें दिखाई देने लगी है। जिसका सिलसिला सुबह से देर रात तक देखने को मिल रहा है। अकेले सीकर जिले की बात करें तो यहां 180 पेट्रोल पंप में से 57 पेट्रोल पंप ड्राई घोषित हो चुके हैं। जहां दो दिन से एक बूंद भी तेल सप्लाई नहीं हुआ है।

45 सरकारी और 12 प्राइवेट पंप ड्राई आउट, शनिवार तक ठीक होंगे हालात
पेट्रोल एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष अरुण फागलवा ने बताया कि जिले में करीब 180 पेट्रोल पंप है। इनमें 57 पंप ड्राई हो गए हैं। जिनमें से 45 पंप निजी कंपनियों के व 12 पंप सरकारी कंपनियों के हैं। जिनमें कहीं पेट्रोल तो कहीं डीजल की किल्लत है। उन्होंने बताया कि शहर में ज्यादा समस्या पेट्रोल व ग्रामीण इलाकों में डीजल की है। उन्होने आगे बताया कि पिछले कुछ दिनों से निजी कंपनियों ने पेट्रोल-डीजल की सप्लाई बंद कर दी है। जिसके चलते उनका लोड सरकारी कंपनियों के पंप पर आ गया है। जिससे सरकारी पंपों पर खपत बढऩे से यहां भी मांग के मुताबिक तेल नहीं मिल पा रहा है। पेट्रोल एसोसिएशन के पदाधिकारियों का कहना है कि ये परेशानी आगामी दो दिनों तक ओर रह सकती है। शनिवार तक स्थिति में सुधार हो सकता है।
पंप संचालक बोले, अधिकारी नहीं उठा रहे फोन
इधर, पेट्रोल पंप संचालकों का कहना है कि पेट्रोल डीजल की मांग बढऩे पर तेल कंपनियों के अधिकारियों ने फोन उठाना भी बंद कर दिया है। शिवसिंहपुरा में आयुष पेट्रोल पंप के संचालक मुकेश ने बताया कि पिछले दो दिन से उनका पंप ड्राई है। पर उच्च अधिकारियों को फोन करें तो वे फोन ही नहीं उठा रहे। ऐसे में उनका सारा काम प्रभावित हो गया है।
आपको बता दे कि पेट्रोल व डीजल की परेशानी के चलते प्रदेश में 700 पेट्रोल पंप अब तक बंद हो चुके हैं। हालांकि इनमें से ज्यादातर पंप निजी कंपनियों के हैं।


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