राजसमंद। आमेट उपखंड क्षेत्र के बीकावास ग्राम पंचायत के 52 परिवारों वाले सातबडलिया क्षेत्र के लोगों को कई मूलभूत सुविधाएं नहीं मिल रही हैं। यहां आज राजस्थान भील समाज विकास समिति के प्रदेश सचिव गुलाब चंद, जिला पदाधिकारी जगदीश चंद्र, रतनलाल, तहसील अध्यक्ष मीठा लाल, तहसील संगठन मंत्री शंकर लाल आदि पदाधिकारियों ने क्षेत्र में शिक्षा के लिए दौरा किया। जिसमें समुदाय के सदस्यों द्वारा बताया गया कि 52 परिवारों की बस्ती में प्राथमिक विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों के अलावा 0 से 5 वर्ष तक के लगभग 25 से 30 लड़के-लड़कियां रहते हैं, लेकिन कोई भी आंगनबाडी केंद्र नहीं है. यहां खोलें। पहाड़ी इलाका होने के कारण यहां कोई सड़क या पक्की सड़क भी नहीं है और किसी भी तरह की दुर्घटना होने पर इस इलाके के लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.
राजकीय प्राथमिक विद्यालय सातबडलिया के प्रधानाध्यापक रघुवीर दास वैष्णव व शिक्षक विक्रम सिंह ने बताया कि यहां प्राथमिक विद्यालय तो खुला है, लेकिन मैदान के अभाव में बच्चों की खेलकूद गतिविधियां नहीं हो पा रही है. आवागमन सुविधाओं के अभाव के कारण पांचवीं कक्षा उत्तीर्ण करने वाले विद्यार्थी भी उच्च शिक्षा के लिए गजसिंह की भागल या सोडा की भागल तक ही जा पाते हैं। इसी कड़ी में समाज सुधार सभा के आयोजन में समाज द्वारा छपवाये गये पंपलेट का वितरण किया गया. इसके साथ ही शराबबंदी, बाल विवाह, बहुविवाह, मृत्युभोज जैसी कुरीतियों को छोड़ने और शिक्षा के प्रति जागरूकता फैलाने की बात कही गयी। इस दौरान भामाशाह ने सभी विद्यार्थियों को पेन, पेंसिल, रबर, शार्पनर, अभ्यास पुस्तिका देकर विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन किया। समाज सुधार बैठक में शंकर लाल, सुरेश चंद्र, भगवानलाल, धूलाराम, सोहनलाल, दिनेश चंद्र, शिवलाल, रमेश चंद्र, मुकेश भील आदि भील समाज के लोग मौजूद थे।