दौसा। दौसा-गंगापुर रेल परियोजना रेल दौडऩे की उम्मीदों को अब पंखे लगते नजर आने लगे है। इस रेल परियोजना पर दौसा से डिडवाना के बीच सन 2017 में सीआरएस होने के छह साल बाद शुक्रवार को दोबारा रेल की सीटी सुनाई दी। बीते करीब ढाई दशक से लंबित पड़ी दौसा गंगापुर रेल परियोजना पर शुक्रवार को दौसा से डिडवाना के बीच रेल इंजन का स्पीड ट्रायल किया गया। रेलवे के अनुसार यह स्पीड ट्रायल पूरी तरह सफल रहा है। रे लवे अधिकारियों ने स्पीड ट्रायल के तहत दौसा से डिडवाना के बीच 35 किलोमीटर लंबे ट्रैक पर 90 किलोमीटर की रफ्तार से इंजन को दौड़ाया। रेल इंजन ने यह सफर करीब 35 मिनट में तय कर लिया। इससे पूर्व सुबह करीब 11 बजे दौसा गंगापुर रेल परियोजना पर कार्यरत डिप्टी चीफ इंजीनियर धीरज चित्रोल की अगुवाई में रेलवे कार्मिक दौसा से इंजन लेकर डिडवाना रेलवे स्टेशन पर पहुंचे। इस दौरान रेलवे कर्मियों ने नारियल फोडऩे के बाद डिडवाना से दौसा के बीच स्पीड ट्रायल किया। ट्रायल के दौरान रेल इंजन की सीटी लगातार बस्ती रही।
जिससे कि लोग रेल ट्रैक से दूर रह सके। कई जगह ट्रेक को चैक किया गया। इस दौरान एक्सईएन विक्रम मीना, सीएस यादव एवं सैक्शन इंजनियर समेत कई अभियंता मौजूद रहे। गौरतलब है कि दौसा गंगापुर रेल परियोजना का काम पिछले करीब ढाई दशक से जारी है। इस रेल परियोजना पर अब तक सन 2017 में दौसा से डिडवाना तक, सन 2021 के मार्च माह में गंगापुर से लेकर पिपलाई एवं इस वर्ष मार्च माह में पिपलाई से लालसोट तक सीआरएस हो चुका है। अब इस परियोजना पर मात्र डिडवाना से लेकर इंदावा गांव के बीच बन रही प्रदेश की सबसे बड़ी रेल सुरंग का काम ही बाकी है। दौसा से डिडवाना तक चल सकती है डेमू ट्रेन वर्षो से लंबित इस दौसा-गंगापुर सिटी रेल लाइन परियोजना को लेकर रेलवे बोर्ड भी गंभीर नजर आ रहा है। जानकारी के अनुसार रेलवे डिडवाना से दौसा तक डेमू ट्रेन भी चलाने के बारे में विचार कर रहा है, जिससे ट्रैक व स्टेशनों की नियमित मेंटिनेंसे बनी रहे। जानकारी के अनुसार इस बारे में लगातार रेलवे के आला अधिकारियों के बीच पत्र के माध्यम से संवाद जारी है।