लोगों को मिलेगी जाम से निजात, ओवर ब्रिज के लिए 26 करोड़ का बजट मंजूर
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करौली। करौली हिण्डौन नगरीय यातायात व्यवस्था में सुधार हेतु भारत सरकार के रेल मंत्रालय द्वारा रेलवे सिगनल पर दो नये स्वीकृत किये गये हैं, जिसमें सिकरौदा फाटक एवं झरेड़ा फाटक पर भूमि परीक्षण, भूगर्भीय जाँच के बाद निर्माण कार्य प्रारम्भ कर दिया गया है। बता दें कि दोनों आरओबी पर 26-26 करोड़ रुपये का बजट प्रस्तावित है, जिसमें सिकरोडा रेलवे फाटक पर 1.90 किलोमीटर और झरेड़ा रेलवे फाटक पर 1.50 किलोमीटर पुल निर्माण का खाका तैयार किया गया है. दोनों आरओबी का निर्माण झावर कंपनी के माध्यम से आगामी 2 वर्षों में पूरा किया जाना है। उपखण्ड मुख्यालय पर अनेक आवश्यक सुविधाओं के कारण नदौती, गुडाचंद्रजी, श्रीमहावीरजी, झरेड़ा, बर्गामा, इरनिया सहित दूर-दराज के गांवों से प्रतिदिन हजारों की संख्या में लोग यहां पहुंचते हैं। फाजिलाबाद, मंडावरा, अलीपुरा, कमला सहित सैकड़ों गांवों से लोग यहां आवागमन करते हैं।
जिसमें सरकारी व निजी कर्मचारी, गर्भवती महिलाएं, दुर्घटना में घायल मरीज दैनिक कार्य के लिए अनुमंडल के जिला अस्पताल पहुंचते हैं. रेलवे के दोनों फाटकों से निजात दिलाने में आरओबी को अहम माना जा रहा है, जो गंतव्य तक पहुंचने में देरी का मुख्य कारण है। ट्रैफिक व्हीकल यूनिट के साप्ताहिक सर्वे के मुताबिक शहर के बीचोबीच मंडावरा रेलवे फाटक से एक सप्ताह में करीब तीन लाख वाहनों का आना-जाना लगा रहता है. यह सर्वे रिपोर्ट एक रेलवे फाटक की ही है। आँकड़ों से स्पष्ट है कि अनुमंडल मुख्यालय का ग्रामीण प्रखंडों से सम्पर्क अधिक होने के कारण यातायात का दबाव भी बना हुआ है। इसके साथ ही दिल्ली-मुंबई रेलवे लाइन पर स्थापित मंडावरा रेलवे गेट, सिकरोडा और झरेड़ा रेलवे फाटक ट्रेनों की आवाजाही के कारण 24 घंटे में 5 घंटे बंद रहता है। इस रेलवे लाइन पर 100 से ज्यादा ट्रेनें चलती हैं। इसके साथ ही जिले की बड़ी कृषि उपज मंडी, स्लेट, प्लास्टिक, पत्थर, औद्योगिक क्षेत्र, जिला अस्पताल और जिले का पहला रेलवे स्टेशन भी अनुमंडल पर स्थित है। इधर झाबर कंपनी के प्रतिनिधि के राघव ने बताया कि आरओबी निर्माण का कार्य 2 साल की अवधि में पूरा किया जाएगा।