चिकित्सा के क्षेत्र में लोगों को नए साल में मिलेंगीं सुविधाएं, 99 लाख रुपए के विकास कार्य शुरू

Update: 2023-01-02 13:33 GMT

सुल्तानपुर न्यूज़: क्षेत्र वासियों को साल 2023 में चिकित्सा के क्षेत्र में विभिन्न सुविधाएं मिलेंगी। साथ ही नया बस स्टैंड बनने से यातायात व्यवस्था में भी सुधार होगा। बाईपास बन जाने से नगर में स्टेट हाइवे 70 पर आए दिन लगने वाले जाम से भी निजात मिलेगी। विधायक रामनारायण मीणा के प्रयास से 26 लाख रुपए की राशि स्वीकृत हो गई है। नए बस स्टैंड के लिए जगह का चयन अभी बाकी है। जगह का चयन करने के बाद नए बस स्टैंड का बनना शुरू हो जाएगा। नया बस स्टैंड बनने से राहगीरों को सुविधा प्रदान होगी तो वही नगर वासियों को भी जाम से निजात मिलेगी। पूर्व पीसीसी सदस्य नसरू खान का कहना है कि सुल्तानपुर अब नगर पालिका बन चुका है। इसके साथ ही लंबे समय से क्षेत्र वासियों की मांग थी कि बस स्टैंड बनाया जाए। जिससे यात्रियों को उसका लाभ मिल सके। इसी मांग को पूरा करते हुए विधायक मीणा के प्रयास से नए बस स्टैंड के लिए 26 लाख रुपए स्वीकृत हुए हैं।

चिकित्सा के क्षेत्र में भी नगर को मिलेंगी सुविधाएं: नगर सहित क्षेत्र की चिकित्सा सुविधाओं में विस्तार को लेकर राज्य सरकार ने करीब 7 करोड़ रुपए का बजट जारी किया है। जिसके तहत भवन निर्माण, आवश्यक मशीनें, उपकरण, दवाइयां सहित कई प्रकार की जांचें शामिल हैं। नगर में चार करोड़ की लागत से आईपीएचएल रिसर्च सेंटर बनाया जाएगा। राजस्थान में ग्रामीण क्षेत्रों में सुल्तानपुर नगर में बनने वाला यह सेंटर जयपुर के बाद दूसरा होगा। यहां साइंटिस्ट रिसर्च करेंगे। इसके अलावा करीब 85 लाख रुपए की लागत से बीपीएचयू बनेगा। जिसमें कई प्रकार की जांचे होंगी। इसमें अन्य क्षेत्र की पीएचसी से आने वाले सैंपल की जांच भी की जाएगी। इसके अलावा करीब 1 करोड़ की राशि से विभिन्न प्रकार की जांच के लिए मशीनें व उपकरण खरीदे जाएंगे। साथ ही 99 लाख रुपए की लागत से यहां विकास कार्य कराए जा रहे हैं, जो सुल्तानपुर सीएचसी में शुरू हो चुके हैं।

यह होंगे 99 लाख के कार्य: सीएचसी सुल्तानपुर में होने वाले 99000 के कार्यों में बाउंड्रीवाल, मैन गेट मरम्मत, परिसर में इंटरलॉकिंग, ड्रेनेज सिस्टम ठीक करना, पूरे परिसर में टीन शेड की व्यवस्था, लॉन्ड्री व चार बायोमेडिकल स्टोरेज रूम सहित कई प्रकार के कार्य शामिल हैं।

गंबूसिया मछली का होगा पालन: क्षेत्र में हैचरी बनाई जाएगी, जिसमें गंबूसिया मछली का पालन होगा। इस मछली की खास बात यह है कि यह पानी में मौजूद मच्छरों के लार्वा को चट कर जाती है। जिससे मच्छर जनित रोगों का खतरा काफी हद तक कम हो जाता है। चिकित्सा विभाग ने गंबूसिया मछली पालन की रणनीति तैयार की है। संक्रामक बीमारियों के जैविक नियंत्रण के लिए समस्त सीएचसी और पीएचसी पर गंबूसिया मछली सुल्तानपुर से भेजी जाएगी। आम जनता के लिए भी यह मछलियां मुहैया कराई जाएंगी। जिससे वे अपने आसपास के जलभराव वाले स्थानों और नालियों में इसका पालन कर मच्छरों पर काबू पा सकें। मछली पालने के लिए नगर कि सीएचसी में टैंक का निर्माण कराया जा रहा है।

रोगियों को नहीं जाना पड़ेगा कोटा: स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार को लेकर सुल्तानपुर में चिकित्सा विभाग की ब्लॉक पब्लिक हेल्थ लैब बनेगी। इसमें ग्रामीण क्षेत्रों के मरीजों की बीमारियों का पता लगाने के लिए इंफेक्शन और नॉन इंफेक्शन वाली बीमारियों के साथ मौसमी बीमारियों की जांच होगी इसमें करीब 97 तरह की जांच में रक्त के हीमोग्लोबिन एचसीजी क्रॉस मैचिंग प्लेटलेट्स की जांच, मलेरिया, मौसमी बीमारियां, डेंगू, चिकनगुनिया, यूरिन, सीमन एनालिसिस, एंटीबॉडी टेस्ट, हेपेटाइटिस, एचआईवी, टीबी समेत गंभीर बीमारियों जैसे कैंसर, किडनी फैलियर, हारमोंस टेस्ट भी हो सकेंगे। मरीजों को जांच के लिए कोटा नहीं जाना पड़ेगा। इसके लिए चिकित्सा विभाग 8500000 रुपए खर्च करेगा।

इनका कहना है: सुल्तानपुर में पूर्व में कार्यवाहक एसडीएम राजेश डागा ने सीएडी परिसर में बस स्टैंड से अतिक्रमण हटाया था। जिला मुख्यालय से आने वाली बसों में व्यापारियों का भी सामान आता है। ऐसे में बस स्टैंड बाजार के नजदीक होना चाहिए। जिसके लिए सीएडी परिसर उपयुक्त जगह है, इसलिए जो नया बस स्टैंड या स्वीकृत हुआ है। उसकी जगह का चयन व्यापारियों के हितों को ध्यान में रखते हुए करना चाहिए।

-विष्णु गोस्वामी, अध्यक्ष, व्यापार महासंघ

सुल्तानपुर सीएचसी के लिए विधायक कोष से 99 लाख रुपए दिए गए हैं। जिनके काम शुरू हो चुके हैं। यहां बाउंड्रीवाल से लेकर मरम्मत, पुताई, इंटरलॉकिंग, मेन गेट सहित कई प्रकार के काम होंगे। इसके अलावा लॉन्ड्री, बायोमेडिकल वेस्ट स्टोरेज रूम भी बनाए जाएंगे। काम पूरा होने के बाद चिकित्सा के क्षेत्र में सुल्तानपुर की एक नई पहचान बनेगी।

डॉ श्याम मालव,सुल्तानपुर अस्पताल के प्रभारी 

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