जैसलमेर। जैसलमेर के मोहनगढ़ नहर क्षेत्र में गोपीराम द्वारा आत्महत्या के मामले में परिवार के सदस्यों और हिंदू संगठनों के साथ बीजेपी का धरना गुरुवार को भी जारी है. गुरुवार को मोहनगढ़ कस्बे के बाजार बंद रहे। उधर, लोगों ने मोहनगढ़ कस्बे के मुख्य मार्ग पर पथराव कर जाम कर दिया और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की. मोहनगढ़ थाना पुलिस ने बुधवार देर रात दो आरोपियों अचार खान और अशोक पारीक को गिरफ्तार कर लिया, लेकिन परिजनों की मांग है कि सभी आरोपियों को तत्काल गिरफ्तार किया जाए और मृतक के परिवार को 50 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाए.
आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर बुधवार से मोहनगढ़ थाने के सामने धरना दिया जा रहा है. धरने में मृतक गोपीराम के परिजनों के अलावा भाजपा नेता और हिंदू संगठनों से जुड़े लोग भी शामिल हैं. गुरुवार को सभी ने मोहनगढ़ के मुख्य मार्ग पर पथराव कर रास्ता जाम कर दिया और प्रदर्शन किया. मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल भी मौजूद है. इस घटना के विरोध में पिछले तीन दिनों से सुथार मंडी बंद रही और गुरुवार को मोहन गढ़ कस्बे का बाजार भी बंद रहा.
मृतक गोपीराम के भाई घेवरचंद का कहना है कि जब तक हमारे भाई की मौत के जिम्मेदार लोगों की गिरफ्तारी नहीं हो जाती, तब तक हमारा धरना जारी रहेगा. साथ ही उन्होंने सरकार से 50 लाख के मुआवजे की भी मांग की है. गौरतलब है कि दबंगों के दवाब में दुकान बेचने के दबाव में गोपीराम नामक व्यवसायी ने मंगलवार को पेड़ से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या करने से पहले गोपीराम ने सुसाइड नोट लिखा था जिसमें उसने अपनी मौत के लिए 7 लोगों को जिम्मेदार ठहराया था। हालांकि पुलिस ने दो आरोपियों अचार खान और अशोक पारीक को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन बुधवार की रात धरने पर बैठे लोग सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं. दोनों मांगें पूरी होने तक शव नहीं उठाने की मांग की जा रही है।