पेंशनर्स को झुंझुनू जिले में नहीं मिल रही RGHS की सुविधा
जिले में राज्य सरकार द्वारा अधिकृत मेडिकल स्टोरों पर कर्मचारी व पेंशनर दवा लेने पहुंच रहे हैं.
झुंझुनू: सरकारी कर्मचारियों एवं पेंशनरों की राजस्थान सरकार स्वास्थ्य योजना (आरजीएचएस) में झुंझुनू जिले के कर्मचारियों एवं पेंशनरों को दवा के अभाव में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जिले में राज्य सरकार द्वारा अधिकृत मेडिकल स्टोरों पर कर्मचारी व पेंशनर दवा लेने पहुंच रहे हैं। लेकिन उन्हें सीधे तौर पर मना करने के बजाय दवा का स्टॉक न होने का बहाना बनाकर बैरंग लौटाया जा रहा है। जबकि कई मेडिकल स्टोरों पर कर्मचारियों और पेंशनरों को डॉक्टरों द्वारा लिखी दवा की पूरी मात्रा नहीं मिल रही है। यदि दवा 15 दिन के लिए लिखी गई है तो पांच दिन के लिए दी जाएगी और यदि एक माह के लिए लिखी है तो एक सप्ताह के लिए दी जाएगी। यह दवा भी काफी परेशानी के बाद दवा विक्रेताओं के पास उपलब्ध होती है। लेकिन समस्या का समाधान करने के बजाय योजना चलाने वाले मूकदर्शक बने हुए हैं।
अकेले भंडार के 5.22 करोड़ रुपये
जिले भर में आरजीएचएस अधिकृत मेडिकल स्टोर्स पर करोड़ों रुपये बकाया है। इसकी प्रकृति का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि झुंझुनूं जिला सहकारी उपभोक्ता होलसेल भंडार लिमिटेड की ओर से पेंशनरों व कर्मचारियों को दी जाने वाली पांच करोड़ 22 लाख 98 हजार 95 रुपये की दवा का भुगतान अब तक नहीं किया गया है. यह राशि 17 अगस्त 2023 से अप्रैल 2024 तक देय है।
डेढ़ सौ स्टोर और 43 अस्पताल अधिकृत हैं
जिले में आरजीएचएस के तहत करीब डेढ़ सौ मेडिकल स्टोर और 43 अस्पताल अधिकृत हैं। पांच से अधिक आयुर्वेदिक मेडिकल स्टोर भी दवा वितरण के लिए अधिकृत हैं।
बकाए के लिए परियोजना निदेशक को पत्र लिखा है
कर्मचारियों और पेंशनरों को दी जाने वाली दवाओं के भुगतान में देरी के संबंध में राजस्थान सरकार स्वास्थ्य योजना, जयपुर के परियोजना निदेशक को भी पत्र लिखा गया है। भंडार के महाप्रबंधक जगदीश खाजपुरिया की ओर से सरकार को लिखे पत्र में बकाया राशि और कितनी का जिक्र किया गया है. पेंशनर्स चंद्र प्रकाश धूपिया व अन्य ने दवा मिलने की समस्या से भंडार महाप्रबंधक को अवगत कराया है.