पीसीसी चीफ और विधायक पारीक हुए आमने-सामने

Update: 2023-05-30 10:38 GMT

सीकर: कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और सीकर विधायक राजेंद्र पारीक में सोमवार को जमकर बहस हुई। प्रभारी मंत्री शकुंतला रावत बजट घोषणाओं को लेकर विभागीय अधिकारियों की बैठक ले रही थी। इसी बैठक में दोनों नेता नवलगढ़ रोड पानी निकासी के मुद्दे पर आमने-सामने हो गए। डोटासरा ने पारीक पर अधिकारियों की साइड लेने का आरोप लगाया। दोनों नेता एक-दूसरे को सीमा में रहने की हिदायत देते रहे। बात आगे बढ़ती देख शकुंतला रावत ने पारीक को टोका। नवलगढ़ रोड जल निकासी और नवलगढ़ रोड पुलिया फोरलेन प्रोजेक्ट को लेकर लक्ष्मणगढ़ विधायक डोटासरा ने अधिकारियों से जवाब मांगा। जिस पर विधायक राजेन्द्र पारीक बोल पड़े, इसके बाद दोनों नेताओं में जमकर शब्दों के बाण चले। डोटासरा ने पारीक को अधिकारियों का पक्ष न लेने की बात कही।

ऐसे में दोनों के बीच टकराव हो गया। माहौल इतना गरमा गया कि पारीक ने डोटासरा को यहां तक कह दिया कि आप अपने लक्ष्मणगढ़ विधानसभा क्षेत्र का ध्यान रखो। डोटासरा ने कहा कि मेरा आवास सीकर में नवलगढ़ रोड पर है। ऐसे में मुझे परेशानी होती है। पारीक ने कहा कि मैं और सभापति रात को 12 बजे तक शहर में चल रहे विकास कार्यों की खुद मॉनिटरिंग करते हैं। इस पर डोटासरा ने पारीक को कहा कि आप अपनी सीमा में रहिए। वहीं बैठक के दौरान सभापति जीवण खां भी बीच बीच में बोल रहे थे, बाद में वे बैठक को छोड़कर के चले गये। दोनों नेताओं को आपस में उलझता देख खण्डेला विधायक महादेव सिंह खण्डेला, प्रभारी मंत्री शकुंतला रावत ने बीच बचाव किया।

कांग्रेस में सिर फुटव्वल की स्थिति है। वैसे यह उनका अंदरुनी मामला है। अभी थोड़ा और रुकिए। आगे-आगे देखिए बहुत कुछ होना है। मुझे इस समय कुछ ज्यादा नहीं बोलना।

-सीपी जोशी, प्रदेशाध्यक्ष, भाजपा

कांग्रेस में अंतर्कलह चरम पर है। राजेन्द्र पारीक से डोटासरा का दुर्व्यव्हार दुर्भाग्यपूर्ण है। कांग्रेस में वरिष्ठों का अपमान ही सिखाया जाता है। अनुशासनहीनता, गुटबाजी, अंतर्कलह ही इनकी पहचान है। अजमेर में भी कांग्रेसियों में लात-घंूसे चले थे। अब पुलिस के कड़े पहरे के बिना इनकी मीटिंग्स संभव नहीं है।

-राजेन्द्र राठौड़, नेता प्रतिपक्ष

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