अव्यवस्था के कारण बढ़ रहे मरीज, वार्ड में आ रहे 70 से ज्यादा मरीज

अव्यवस्था के कारण बढ़ रहे मरीज

Update: 2023-07-17 17:28 GMT
टोंक। टोंक राज्य की सरकार भले ही चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में प्रदेश के लोगों का बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाने का दावा कर रही हो, लेकिन हकीकत में हालात इसके विपरित है। सरकारी अस्पतालों में संसाधनों की कमी के कारण मरीजों को परेशान होना पड़ रहा है। जिले के सबसे बड़े राजकीय सआदत अस्पताल टोंक में विभागीय सहित प्रशासनिक अधिकारियों के निरीक्षणों व मॉनिटरिंग के बावजूद अव्यवस्थाओं में कोई सुधार नहीं है।
वार्ड में बेड की कमी के चलते बैंच या फिर एक बेड पर दो मरीजों का उपचार किया जा रहा है। जिससे रोगियों में संक्रमण का खतरा बना हुआ है। राजकीय सआदत अस्पताल के मेडिकल वार्ड में भर्ती रोगियों की क्षमता कुल 45 बेड की है। लेकिन मरीजों की मौसमी बीमारियों सहित अन्य बीमारियों के कारण चिकित्सकों को इलाज के लिए रोगियों को भर्ती किया जाना जरूरी है। ऐसे हालातों में रोजाना डेढ़ गुना मरीज भर्ती होने की हालत में अस्पताल पहुंच रहे हैं। सआदत अस्पताल में रविवार सुबह को 71 मरीज भर्ती थे, जिनमें से एक बेड पर दो तो कई मरीजों को बैंच पर ही लेट करके इलाज कराना पड़ रहा था।
चिडियों की बाड़ी टोंक निवासी टीना तथा घण्टाघर निवासी बबीता एक ही बेड़ पर इलाज कराने को विवश थी। खेडूल्या गांव से आए कानाराम को घबराहट व बुखार होने पर बेड नहीं मिला, जिससे बैंच पर उसका इलाज किया गया। सवाईमाधोपुर के बौंली से आए मरीज आशिया को ब्लड चढ़ाने के लिए भर्ती किया। उसको भी बैड नहीं मिल पाया। ऐसे में बैंच पर ही इलाज किया गया। पुरानी टोंक निवासी बबलू सैनी को भी बैंच पर ही इलाज करवाना पड़ रहा है। उपलब्ध संसाधन से चला रहे काम अभी बरसात का मौसम चल रहा है। जिससे मौसमी बीमारियों के मरीज ज्यादा आ रहे है। अस्पताल के पास उपलब्ध संसाधनों से मरीजों को बेहतर इलाज के प्रयास किए जाते है। जो कमिया है उनके बारे में समय-समय पर उच्चाधिकारियों को बता दिया जाता है।
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