
कोटा। शहर के कुन्हाड़ी थाना क्षेत्र के नांटा स्थित महल में घुसे पैंथर को वन विभाग की टीम तीसरे दिन भी नहीं पकड़ सकी. वन विभाग की टीम ने पैंथर को ढूढ़ने की काफी कोशिश की, लेकिन वह नहीं मिला, निगरानी के लिए नांता महल परिसर और आसपास के इलाके में 7 कैमरे लगाए गए थे. इन कैमरों में रविवार को पैंथर की अलग-अलग हरकत कैद हुई।सहायक वन संरक्षक अनुराग भटनागर ने बताया कि नांता महल में तीन-चार दिनों से पैंथरों की आवाजाही बनी हुई है. लोगों ने इसे गली में देखा था और पैंथर ने कुत्ते का शिकार भी कर लिया था। दो दिन पहले पैंथर के महल में होने के संकेत मिले थे। इसके बाद कैंपस में पैंथर पर नजर रखने के लिए 4 कैमरे लगाए गए। इन कैमरों में पैंथर की हल्की सी झलक ही मिल सकी।
इसके बाद शनिवार को तीन और कैमरे लगाए गए। इन कैमरों में पैंथर कैद हो गया। कैमरों को चेक किया गया तो पैंथर की अलग-अलग गतिविधियां नजर आईं। उन्हें कभी पानी के पास तो कभी महल की दीवार के पास घूमते देखा जाता था। रविवार को भी वन विभाग की टीम ने नजर रखी लेकिन वह पकड़ में नहीं आया। पैंथर के मादा होने की आशंका जताई जा रही है। उन्होंने बताया कि अब मादा पैंथर को पकड़ने के लिए अलग तरीका अपनाया जा सकता है. विभाग की कोशिश रहेगी कि पैंथर खुद ही जगह छोड़कर अन्यत्र चला जाए। तीन दिन में भी पैंथर के नहीं पकड़े जाने से नांता क्षेत्र में दहशत का माहौल है.पैंथर को बाहर निकालने तक वन विभाग ने नांता महल परिसर को अपने कब्जे में ले लिया है। ऐसे में यहां चल रहे दो स्कूलों को बंद करना पड़ा और सामुदायिक भवन व माली समाज भवन में बच्चों की कक्षाएं लगानी पड़ीं. हालांकि रविवार को स्कूल की छुट्टी थी।